विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर दिमाग को स्वस्थ रखने के बताए गए उपाय, बीमारियों से बचने की सलाह
मुहम्मदाबाद। क्षेत्र के बरतर स्थित पीएचसी पर रविवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुहम्मदाबाद सीएचसी के अधीक्षक डा. आशीष राय ने बताया कि इस बार की थीम ’एक असमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य’ रखी गई है। कहा कि बीते वर्षों में देखा गया है कि लोगो के समाजिक और आर्थिक दर्जे के अनुसार भेदभाव काफी बढ़ा है। भेदभाव भी लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालता है, जो हमारे जीवन में बेहद अहमियत रखता है। फिर भी लोग इसकी अनदेखी ही करते है। मानसिक अस्वस्थता से ग्रसित व्यक्ति में डिप्रेशन, एंग्जाइटी से लेकर डिमेंशिया, फोबिया जैसी कई बीमारियां बढ़ने लगती हैं। कोरोना के इस दौर में समस्याएं और भी बढ गई हैं। ऐसे मे मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जन जागरूकता विषय और भी ज्यादा प्रासंगिक हो गए हैं। मानसिक अस्वस्थता को लेकर लोगो के बीच जागरूकता फैलाने के मकसद से मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इसके साथ ही मानसिक परेशानियों से जूझ रहे लोगो की कठिनाई को उनके दोस्त, रिश्तेदार व समाज भी समझ सकें। ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरूआत सबसे पहले वर्ष 1992 में हुई थी। सीएचओ सपना रावत ने बताया कि हमें मानसिक तनाव से दूर रहना चाहए, नकारात्मक बातों पर ध्यान न दें, अच्छे दोस्त बनाएं, ऐसे कार्य करें जिससे खुशी मिले, मेडिटेशन, योग करे एवं संतुलित आहार लें। फार्मासिस्ट इमरान ने स्वस्थ मस्तिष्क के लिए हरी साग-सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी। डॉ. पीपी वर्मा, मुनि लाल, विजशंकर, जयशंकर चौबे आदि रहे।