आयुष्मान कार्ड बनाने में जनपद ने किया टॉप, एक पखवाड़े में बनाए 24 हजार कार्ड
गोरखपुर। आयुष्मान आपके द्वार 2.0 अभियान के दौरान जिले ने 23 हजार 973 आयुष्मान कार्ड बनाया है। कार्ड बनाने के मामले में पखवाड़े के दौरान जिला पहले स्थान पर है। जिले में अभियान को जारी रखा गया और रोजाना औसतन 3000 आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने लाभार्थियों से अपील की है कि वह खुद आगे आएं और संबद्ध अस्पतालों, वीएलई और वीएलएस की मदद से कार्ड बनवाएं। इस कार्य में ग्राम प्रधानों का भी सहयोग लिया जा रहा है। नोडल अधिकारी ने बताया कि जिले में 1600 वीएलई, 40 वीएलएस और संबद्ध अस्पताल कार्ड बनाने के अभियान में जुटे हुए हैं। जिले में करीब 1.26 लाख अन्त्योदय कार्ड धारकों को भी योजना से जोड़ा गया है। यह लोग भी सिर्फ राशन कार्ड और आधार कार्ड की मदद से आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। लाभार्थी किसी भी संबद्ध निजी और सरकारी अस्पताल, सहज जनसेवा केंद्र और कामन सर्विस सेंटर (सीएसससी) से आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। महानगर के एल्यूमुनियम फैक्ट्री निवासी आर्यन जायसवाल का कहना है कि उनका परिवार अंत्योदय कार्डधारक श्रेणी में आता है। उनके परिचित ने बताया कि वह भी आयुष्मान में जुड़ चुके हैं। जिला अस्पताल जाकर केवल राशन कार्ड और आधार कार्ड के जरिये उनका आयुष्मान कार्ड बन गया है। शहर के ही रुस्तमपुर निवासी धीरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके भाई ने उन्हें आयुष्मान कार्ड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आयुष्मान मित्र धीरज त्रिपाठी की मदद खुद का, पत्नी अंजली का और बेटे आशुतोष का कार्ड बनवा लिया है। वह व्यवस्था से संतुष्ट हैं। जिला समन्वयक डॉ. संचिता मल्ल ने बताया कि योजना के तहत मातृ स्वास्थ्य और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीबी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियों समेत कई अन्य बीमारियों का पांच लाख तक का निःशुल्क इलाज भर्ती कर करवाया जा सकता है। योजना के जिला शिकायत प्रबंधक विनय कुमार पांडेय ने बताया कि जिले में 101 अस्पताल योजना के तहत संबद्ध हैं, जहां निःशुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त की जा सकती है। इनमें 26 अस्पताल सरकारी हैं, जबकि 75 अस्पताल गैर सरकारी हैं। इन अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के करीब 2.99 लाख लाभार्थी परिवारों के साथ-साथ मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के लाभार्थी परिवार भी इलाज करवा सकते हैं। योजना के जिला सूचना तंत्र प्रबंधक शशांक शेखर ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान (आयुष्मान भारत) योजना के करीब 4.32 लाख लाभार्थी परिवार हैं, जिनमें से 1.54 लाख लाभार्थी परिवारों में करीब 3.83 लाख सदस्यों के पास आयुष्मान कार्ड उपलब्ध हो चुके हैं।