खतरे के निशान से पार जाते ही गंगा व उसकी सहयोगी नदी गोमती का कहर शुरू, गंगा से ज्यादा गोमती की शुरू हुई विनाशलीला





सैदपुर/खानपुर। गंगा व उसकी सहायक नदी गोमती ने अब अपने तटवर्ती गांवों में कहर ढाना शुरू कर दिया है। सैदपुर नगर के निचले हिस्सों में बसी बस्तियों के साथ ही खानपुर क्षेत्र के गोमती के तटवर्ती गौरी, गोरखा, तेतारपुर आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। गौरहट की स्थिति तो ऐसी है कि पूरा गांव ही वर्तमान में मुख्यधारा से कट चुका है और इस समय गांव में पहुंचने का एकमात्र रास्ता नाव है। गांव के पानी में डूब जाने से आवागमन का रास्ता खत्म हो चुका है। सड़कें पानी में डूब चुकी हैं तो फसलों को किसी तरह से ग्रामीण नाव से जाकर पशुओं के चारे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी अधिकारियों ने दौरे तो बहुत किए लेकिन अब तक कोई राहत कार्य गांव में शुरू नहीं हुआ। नाव भी अब तक नहीं लगी है। जिसके चलते बेहद असुविधा हो रही है। बाढ़ग्रस्त होने के चलते गांवों में बिजली काट दी गई है। बाढ़ पीड़ितों ने सरकारी मदद की मांग की है।



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