आरक्षण सूची जारी होते ही ‘प्रधान जी’ के मंसूबों पर फिर गया पानी, अब जिपं सदस्य पद पर बढ़ी प्रत्याशियों की भीड़



विजय बहादुर पांडेय



दुल्लहपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण सूची जारी होते ही चुनाव में अपनी जीत तक सुनिश्चित मानकर चल रहे उन सूरमाओं के मंसूबों पर पानी फिर गया, जो आरक्षण सूची में फिट नहीं आते हैं। ऐसे में अब तक ग्रामीणों द्वारा ‘प्रधान जी, प्रधान जी’ कहकर पुकारे जाने वाले संभावित प्रत्याशियों के सिर से जीत का सेहरा तो दूर, उनके चुनाव लड़ने के भी अरमान धरे के धरे रह गए हैं। जिसके चलते ग्राम प्रधान पद के चुनाव की हसरत रखने वाले अधिकांश लोग अब जिला पंचायत सदस्य चुनाव की तरफ़ अपना कदम बढ़ा चुके हैं। अब देखना यह होगा कि जो संभावित प्रत्याशी पहले से ही जिला पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे थे, अब नए प्रत्याशियों के आने से उन पर क्या असर होता है? उनके हौसले बुलंद होते हैं या पस्त, ये वक्त बताएगा। बहरहाल, ऐसा देखा जा रहा है कि जिला पंचायत सदस्य बनने की होड़ सी लगी हुई है। रोजाना प्रत्याशियों की लंबी फौज बनती जा रही है। मतदाताओं को रिझाने के लिए हर कोई तरह-तरह के लुभावने वादे व चौमुखी विकास का खाका खींचकर प्रलोभन दे रहा है और वोट हासिल करना चाह रहा है। वहीं इस चुनावी महासंग्राम में दिग्गज नेताओं के आने से चुनाव दिलचस्प बनता जा रहा है। हर कोई अपनी-अपनी उपलब्धि, अपने द्वारा कराए गए पूर्व के कार्यों व कोविड-19 महामारी के समय में गरीबों व असहायों के सहयोग कार्यों का भी सहारा ले रहा है। जखनियां के प्रथम और द्वितीय सेक्टर का चुनाव काफी रोचक होता जा रहा है। बाजी कौन मारेगा, ये समय बताएगा।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< सड़क किनारे अवैध शराब बेच रहे 5 तस्कर गिरफ्तार, आबकारी विभाग व थाने के अभियान में मिली सफलता
गाजीपुर : एक सप्ताह में दोबारा चला कप्तान का ‘बल्ला’, 12 उपनिरीक्षकों की बदल दी ‘फील्डिंग’ >>