निजी कंपनियों के नेटवर्क भी दे रहे धोखा, पूरे दिन नेटवर्क गायब रहने से होता रहा कॉल ड्रॉप, कंपनियों पर कार्रवाई की मांग
नंदगंज। स्थानीय कस्बा सहित क्षेत्र के दर्जनों गांवों में रविवार को वीआई (वोडाफोन-आईडिया नेटवर्क) सहित अन्य निजी कंपनियों के नेटवर्क की बेहद खराब स्थिति रही। पूरे दिन नेटवर्क गायब रहने के चलते लगातार कॉल ड्रॉप की समस्याओं से उपभोक्ताओं को दो-चार होना पड़ा। ट्राई के नियमानुसार कॉल ड्रॉप होने पर कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं को जुर्माना दिए जाने का प्रावधान है, लेकिन कंपनियों को इससे कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। आए दिन टावरों में बिजली आपूर्ति ठप होने पर नेटवर्क गायब हो जा रहा है। कभी-कभार मोबाइल पर बात तो हो जा रही है लेकिन इंटरनेट की पर्याप्त स्पीड नहीं मिल पाने से समस्या दोगुनी हो जा रही है। कर्मचारियों द्वारा बिजली न होने पर पर्याप्त समय तक बीटीएस नहीं चलाया जाता, जिससे ये समस्या बराबर बनी रहती है। उपभोक्ताओं ने सक्षम अधिकारियों से नेटवर्क समस्या से निजात दिलाए जाने की मांग की। वहीं टॉवर के बारे में जानने वालों का कहना है कि पहले टॉवर कंपनियों द्वारा जेनेरेटर के लिए काफी तेल मिलता था, लेकिन अब कंपनियों ने भी उपभोक्ताओं की सुविधाओं को दरकिनार करते हुए बिजली के समय के आधार पर तेल देना शुरू कर दिया है। ऐसे में कई बार अघोषित कटौती के चलते मशीन बंद होने से नेटवर्क गायब हो जाता है। जानकारों कहा कहना है कि पहले कंपनियों की ऐसी व्यवस्था कि अगर सिग्नल गायब होता था तो तुरंत चेन्नई अलार्म चला जाता था और वहां से स्थानीय टॉवर कर्मियों को फोन कर चेतावनी दी जाती थी लेकिन अब तो कंपनियां खुद ही नेटवर्क गायब होने की जिम्मेदार हो गई हैं। ऐसे में उपभोक्ता जाए तो जाए कहां? लोगों ने दूरसंचार मंत्रालय से मांग किया कि है इस मामले में कंपनियों को सख्त चेतावनी देने के साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।