रविवार को होगा दादी राणी सती का वार्षिक श्रृंगार, लिखित पुस्तकों का भी होगा पूजन
सैदपुर। ‘धर्म समाज को जोड़ने का कार्य करता है। धर्म का मूल आधार त्याग, मानव सेवा, जीवों पर दया और विश्व बंधुत्व को स्थापित करना है। दादी राणी सती ने मानव समाज को प्रगति के साथ समूचे मानव समुदाय के कल्याण के लिए प्राणोत्सर्ग किया। उक्त बातें शुक्रवार को नगर के पक्का घाट स्थित दादी राणी सती मन्दिर के पूजनोत्सव समिति द्वारा आयोजित वृहद पूजन समारोह के अध्यक्ष प्रदीप तुलस्यान ने कहीं। कहा कि धर्म प्रदर्शन की चीज नहीं है। आस्था का मजाक या उपेक्षा नहीं की जा सकती। कहा कि पक्का घाट स्थित दादी का मंदिर 52 वर्षों से श्रद्धालुओं की आस्था का आधार बना हुआ है। समिति के सह संयोजक अरविंद तुलस्यान ने कहा कि आगामी रविवार को दादी के नाम लिखित पुस्तकों का पूजन किया जायेगा। वार्षिकोत्सव 151 महिलाओं द्वारा मंगलपाठ कर शुरू किया जाएगा। इसके बाद शाम 6 बजे फूलों की झांकी, महा आरती व 7 बजे से राणी सती श्याम भक्त मंडल के वाराणसी और कोलकाता के कलाकारों द्वारा भजन संध्या किया जाएगा।