सुपारी लेकर की गई थी प्रधानपति की हत्या, कई हत्या व लूट करने वाले अंतर्जनपदीय बदमाश गिरफ्तार, एक साथ कई घटनाओं का खुलासा
दुल्लहपुर। बीते 8 दिसंबर को कासिमाबाद के रसूलपुर में हुई दूल्हे के चचेरे भाई व मरदह के पंसेरवां चट्टी पर प्रधानपति की गोली मारकर हत्या के साथ ही बीते 8 नवंबर को दुल्लहपुर से सटे मऊ के पिपरीडीह में युवक की गोली मारकर हत्या व लूट की घटना का दुल्लहपुर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घटना में शामिल बदमाशों ने इसके अलावा कई घटनाओं का खुलासा कर दिया है। ये बदमाश सुपारी लेकर हत्याओं को अंजाम देते थे। दुल्लहपुर पुलिस की इस बड़ी कामयाबी पर पुलिस को काफी तारीफ मिल रही है। शुक्रवार की रात थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर सिंह को सूचना मिली कि जलालाबाद चौराहे की तरफ संदिग्ध बाइक सवार आ रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने सघन चेकिंग शुरू कर दी। इस बीच उधर से एक ही बाइक पर सवार दो युवक आते दिखे और पुलिस को देखकर घूमकर वापस भागने लगे। संदिग्ध हरकत देख पुलिस ने उन्हें दौड़ाया और उन्हें धर दबोचा। तलाशी में उनके पास से 32 बोर का पिस्टल व देशी तमंचा बरामद हुए। इसके अलावा पास मिली बाइक भी चोरी की निकली। जिसके बाद उन्हें थाने लाया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम प्रदीप यादव व प्रदीप यादव उर्फ गोलू निवासी नखतपुर मरदह बताया। प्रदीप नाम के दोनों शातिर बदमाशों ने बताया कि वो सुपारी लेकर हत्याएं करते हैं। बताया कि 8 दिसंबर की रात में कासिमाबाद के रसूलपुर में दूल्हे के चचेरे भाई रोशन यादव की उन्होंने ही हत्या की थी। प्रदीप उर्फ गोलू ने बताया कि वो अपने मामा देवेंद्र यादव के यहां गया था। जहां बारात आई थी और वहां पर डीजे पर गाना बजाने को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद उसके दोस्त धरवार कलां निवासी हिमांशु उर्फ गोविंद ने रोशन की गोली मारकर हत्या कर दी। कुबूल करते हुए कहा कि पूर्व में मरदह के लहुरापुर प्रधानपति संतोष राम की हत्या भी उन्होंने ही की थी। उसके लिए मरदह के नखतपुर निवासी अमित यादव ने 1 लाख रूपए की सुपारी दी थी। बताया कि दुल्लहपुर से सटे मऊ के पिपरीडीह में 8 नवंबर को युवक की हत्या करके उन्होंने उससे 50 हजार रूपए लूटे थे। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य घटनाएं भी की थीं। बताया कि वो अपने शौक पूरे करने के लिए घटनाओं को अंजाम देते थे। उनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने कार्यालय में प्रेस वार्ता कर उन्हें जेल भेज दिया। टीम में एसओ जितेंद्र सिंह के अलावा एसआई रामउग्रह पांडेय, मनोज तिवारी आदि रहे।