कांग्रेस व सपा ने अपनी सरकार में दलितों के लिए कुछ नहीं किया, अब बाबा साहब व दलितों के लिए काम करने वाली भाजपा के खिलाफ देश को बरगला रहे - भानुप्रताप


जखनियां। जखनियां विधानसभा के सभी 5 मंडलों में भाजपा ने बैठक की। जिसमें सामाजिक व प्रबुद्ध लोगों से मिलकर संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के मूल सिद्धांतों व उनके द्वारा बनाए गए संविधान के साथ ही वर्तमान में भाजपा सरकार द्वारा बाबा साहब के लिए किए गए कार्यों व दिए गए सम्मान के बारे में बताया। साथ ही आज के विपक्ष द्वारा संविधान के प्रति फैलाये जा रहे भ्रामक प्रचार के बारे में सभी को वास्तविक जानकारी दी। इसी क्रम में जखनियां गोविंद में अनुसूचित वर्ग की बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार केंद्र में आई है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बाबा साहब के आदर्शों पर चलने का पूरा प्रयास किया गया है। कहा कि मोदी सरकार ने बाबा साहब के जीवन को आदर्श मानते हुए उनके पंच तीर्थ बनवाए, एससी एसटी कानून को सख्त बनाया, एक देश एक कानून के तहत धारा 370 को हटाया, कश्मीर में शोषित, वंचितों को उनका अधिकार दिलाया, शोषित, वंचित, दलित, आदिवासी समुदाय से आने वाली महामहिम द्रौपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनवाया, गरीबों के लिए पक्का मकान बनवाया। कहा कि ऐसे अनगिनत कार्य भाजपा सरकार ने किए हैं। वहीं इसके विपरीत सपा व कांग्रेस जब तक सरकारों में रहीं, उस समय तो कुछ किया नहीं, बल्कि अब विपक्ष में रहकर सिर्फ दलित समुदाय सहित पूरे देश में भ्रामक प्रचार कर उन्हें बरगलाने का काम कर रही हैं। कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी आधी तस्वीर को बाबा साहब के आधे चेहरे के साथ लगाकर उनसे अपनी तुलना की है। कहा कि बाबा साहब को अपने समकक्ष बताकर प्रस्तुत करना, ये हमारे महापुरुष बाबा साहब का घोर अपमान है। इसी क्रम में रायपुर, कटघरा, बरहट, बैरिसाल, सुल्तानपुर, चलनी आदि गांवों में भी बैठक की गई। कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रबुद्ध वर्ग, विशेष रूप से अधिवक्ता, डॉक्टर, शिक्षक, पढ़े लिखे वर्ग को जागरूक करना है, ताकि वो अपने समाज को जागरूक कर सकें। इस मौके पर किशोर राम, चितरंजन राम, मनोज राव, दीपक कुमार, रमाकांत राम, चंद्रमणि राम, यशवंत राम, योगेश राम, विशाल कुमार, श्रवण कुमार, अशोक गुप्ता, प्रमोद वर्मा, उमाशंकर यादव, धर्मवीर राजभर, प्रशांत सिंह, प्रदीप सिंह, ओंकार सिंह आदि रहे।