सादात : कनेरी में एनएच 124डी का निर्माण कर रही कंपनी के डंफर से किशोर की मौत, आक्रोशित लोगों ने 40 वाहनों को तोड़ा, 3 में लगाई आग


सादात। थानाक्षेत्र के कनेरी में रविवार की शाम को सादात की तरफ से गिट्टी लादकर आ रहे एनएच 124 डी निर्माण की कार्यदायी कंपनी के डंफर ने एक बाइक को रौंद दिया। जिसके चलते बाइक सवार किशोर की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं चला रहा चाचा भी घायल हो गया। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने कथित रूप से कार्यदायी संस्था के प्लांट पर मौजूद कई डंफर सहित करीब 25 से 40 वाहनों में तोड़फोड़ किया और एक डंफर व दो बाइकों को फूंक दिया। इसके बाद दर्जनों ग्रामीणों ने घटना स्थल पर ही ईंट, डंडा, पोल आदि रखकर चक्का जाम कर दिया। घंटों तक चक्काजाम के बाद रात करीब 8 बजे तहसीलदार व सीओ मौके पर पहुंचे और समझाने में जुट गए। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से कुल 6 थानों की फोर्स तैनात हो गई थी। मृतक इकलौता पुत्र था। सैदपुर से सादात वाया मरदह एनएच 124 डी का निर्माण चल रहा है। जिसका निर्माण कार्य गंगासागर कंस्ट्रक्शंस द्वारा कराया जा रहा है। इस बीच रविवार की शाम करीब 4 बजे कनेरी निवासी 30 वर्षीय प्रचंड सिंह पुत्र पारस सिंह अपने भतीजे 15 वर्षीय अभय सिंह पुत्र धर्मेंद्र सिंह बबलू को बाइक पर बिठाकर कुछ सामान खरीदने कनेरी से बौरवां आ रहे थे। अभी वो कनेरी पहुंचा ही था कि तभी कार्यदायी संस्था का एक डंफर सामने से आया और पीछे से सड़क बनाने के लिए गिट्टी लादकर एक डंफर आ गया। ग्रामीणों के अनुसार, पीछे से आ रहे डंफर ने बाइक को टक्कर मार दी। जिससे प्रचंड छिटककर दूर जा गिरा और अभय उसकी चपेट में आ गया। इसके बाद कुछ दूर तक जाकर सड़क से नीचे उतरकर डंफर रूक गया। लेकिन घटना में बाइक डंफर के ढाला वाले हिस्से में जाकर फंस गई थी और अभय की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इधर घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने कनेरी में सैदपुर-सादात मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। वहीं लोगों का हुजूम वहां से निकला और बौरवां तक रास्ते में कार्यदायी संस्था के जितने भी डंफर, जेसीबी, क्रेन, चार पहिया आदि मिले, उन सभी को तोड़ते हुए चले। घटनास्थल से करीब 200 मीटर दूरी पर कार्यदायी संस्था का प्लांट था, वहां पर खड़े एक डंफर व दो बाइकों में आग लगा दिया। इसके बाद एक बाइक सहित कई डंफर, जेसीबी आदि के हर तरफ से शीशे आदि तोड़ दिए। प्लांट पर मौजूद लोगों ने बताया कि करीब 40 वाहनों में तोड़फोड़ व कुछ में आगजनी की गई है। आरोप लगाया कि यहां पर लगे सीसीटीवी के डीवीआर को भी वो साथ ले गए। वहीं घटनास्थल पर धरना कर रहे लोगों ने कहा कि आगजनी व तोड़फोड़ हमारे द्वारा नहीं बल्कि उनके द्वारा ही हमें फंसाने के लिए की गई है। इधर आगजनी की सूचना के बाद मौके पर जिला मुख्यालय से दमकल की गाड़ी भी आई लेकिन उसके पूर्व ही प्लांट के कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया था। वहीं चक्काजाम की सूचना के बाद मौके पर सादात सहित सैदपुर, शादियाबाद, बहरियाबाद, नंदगंज व खानपुर थाने के प्रभारी मय फोर्स पहुंच गए थे और सभी को समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं था। इसके बाद मौके पर तहसीलदार देवेंद्र यादव, सीओ अनिल कुमार, नायब तहसीलदार विश्राम आदि पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो डीएम व एसपी को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। रविवार की रात करीब साढ़े 8 बजे तक समझाने का प्रयास किया जा रहा था। इधर बवाल से बचाने के लिए पुलिस ने शव को सैदपुर सीएचसी से ही पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय पर भेज दिया। वहीं घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वो दो बहनों का इकलौता भाई था।






