गाजीपुर : छत्तीसगढ़ में ठेकेदार के भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले पत्रकार की हत्या को लेकर पत्रकारों में उबाल, कई संगठनों ने जुलूस निकाल डीएम को दिया पत्र
गाजीपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्रकार की निर्मम हत्या के बाद पत्रकारों में उबाल है। इस घटना के बाद भी सरकारी तंत्र की चुप्पी पर पत्रकार जगत में बेहद आक्रोश है। जिसके बाद मंगलवार को गाजीपुर के जिला मुख्यालय पर कई पत्रकार संगठनों ने एकजुट होकर मौन जुलूस निकाला और फिर राज्यपाल को संबोधित 6 सूत्रीय मांगपत्र जिलाधिकारी आर्यका अखौरी को सौंपा। मंगलवार को कई पत्रकार संगठन एक मंच पर दिखे और उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। कहा कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हो रहे सड़क व पुल के निर्माण में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर द्वारा घोटाला किए जाने व उसके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का खुलासा स्वतंत्र पत्रकार मुकेश ने किया। उनके द्वारा खुलासा किए जाने पर स्वतंत्र पत्रकार की ठेकेदार ने हत्या करा दी। कहा कि इस तरह से पत्रकारों की हत्या होती रहेगी और सरकार व कानून की आंखों पर पट्टी बंधी रहेगी तो देश का सिस्टम गर्त में चला जाएगा। उन्होंने पत्रक देकर पत्रकारों के हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ पत्रकार सुरक्षा के लिए कड़े नियम बनाने की मांग की। पत्रक देकर मांग किया कि पत्रकार मुकेश चन्द्राकर की निर्मम हत्या के दोषी ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर को मृत्युदंड दिया जाए। साथ ही घटनाओं व भ्रष्टाचार के खुलासे के चलते होने वाली हत्याएं रूक सकें, इसके लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाकर राष्ट्रपति द्वारा अध्यादेश जारी करने की मांग की। कहा कि पत्रकार मुकेश चन्द्राकर के आश्रित को वहां की सरकार द्वारा सरकारी नौकरी व 5 करोड़ रूपये की मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा उन्होंने बीते दिनों मऊ में शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की पोल खोलने पर 6 पत्रकारों पर दर्ज कराए गए फर्जी मुकदमे को निरस्त करने व जौनपुर में पत्रकार पर हुए हमले की न्यायिक जांच करने की मांग की। कहा कि पत्रकारों पर फर्जी मुकदमें व उत्पीड़न बंद किए जाएं और ऐसा करने के दोषी कर्मचारी व अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाए।