गाजीपुर : वक्फ बोर्ड पर बन रहे नए कानूनों का समर्थन कर कैबिनेट मंत्री ने सपा व बसपा को घेरा, कहा - हमेशा दलितों व ओबीसी के कंधे पर रखकर चलाया बंदूक
गाजीपुर। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री व विधानसभा में भाजपा की सहयोग पार्टी सुभासपा चीफ ओमप्रकाश राजभर ने गाजीपुर में केंद्र सरकार के वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को सही ठहराते हुए सपा पर जमकर बरसे। डाक बंगले में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए इस कानून का विरोध कर रहे हैं। कहा कि वक्फ बोर्ड की जमीनें सरकारी संपत्ति हैं लेकिन इस पर वक्फ बोर्ड अपना मालिकाना हक जताता है। कहा कि ये गलती कांग्रेस की सरकार की है और इसी गलती को सुधारने के लिए कानून बनाया जा रहा है। अयोध्या में सपा सांसद अवधेश प्रसाद के करीबी व दुष्कर्म के आरोपी सपा नेता मुईन को लेकर कहा कि अयोध्या सांसद आरोपी के साथ फोटो खिंचवाते हैं और आरोपी सपा का नगर अध्यक्ष भी है। इस पर उन्होंने कहा कि अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद को इस्तीफा देना चाहिए। अखिलेश यादव द्वारा अयोध्या कांड के आरोपी की डीएनए टेस्ट किए जाने की मांग पर कहा कि अखिलेश यादव के पिता ने ही रेप जैसी घटना पर कहा था कि बच्चे हैं, बच्चों से गलतियां हो जाती हैं। लेकिन यहां तो बच्चा नहीं बल्कि चच्चा है। उन्होंने कार्यवाही को सही ठहराया। इसके बाद मंत्री ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार ने इसी तरह की रेप जैसी जघन्य घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कानून बनाया है और बना रही है। इसके बाद बीते दिनों संसद में अनुराग ठाकुर, राहुल गांधी व अखिलेश के बीच जाति को लेकर हुई बहस पर कहा कि अखिलेश यादव जब पत्रकारों से बात करते हैं और कोई सवाल सुनते हैं तो वो तत्काल पत्रकार की जाति पूछने लगते हैं लेकिन संसद में इस बात का विरोध करते हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आरक्षण में आरक्षण कोटा के मामले में कहा कि इसका मायावती विरोध कर रही हैं लेकिन पिछड़ों और दलितों के कंधे पर बंदूक रखकर सबसे अधिक राजनीति सपा व बसपा ने ही की है। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश का ये विरोध कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को सही ठहराते हुए कहा कि कोर्ट ने सराहनीय फैसला दिया है। कहा कि सपा व बसपा की यही सोच है कि अमीर हमेशा अमीर होता रहे और गरीब गरीब ही रह जाए। कहा कि इस कोटे का मैं 22 साल से मांग कर रहा हूं। ऐसे में मायावती को भी इसका स्वागत करना चाहिये।