बरहपुर के ओम हॉस्पिटल ने मरीज का इलाज करने से मना किया तो सीएमओ ने खत्म कर दिया अस्पताल का रजिस्ट्रेशन, मचा हड़कंप





गाजीपुर। जिले भर के कई हिस्सों में चलने वाले फर्जी या अनियमित ढंग से कार्य करने वाले अस्पतालों पर कार्यवाही के क्रम में लंबे अरसे में पहली बार स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नंदगंज के बरहपुर में चोचकपुर रोड पर स्थित ओम हॉस्पिटल का पंजीकरण ही निरस्त कर दिया है। साथ ही चेतावनी दिया है कि अगर भविष्य में ये अस्पताल किसी भी तरह के चिकित्सकीय गतिविधि में लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देशदीपक पाल ने उक्त अस्पताल का रजिस्ट्रेशन इसलिए निरस्त किया है कि उक्त अस्पताल में तैनात चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टॉफ द्वारा एक मरीज का इलाज करने से इंकार कर दिया गया था। रजिस्ट्रेशन निरस्त करने के बाबत सीएमओ कार्यालय ने पत्र जारी कर बताया कि बीते दिनों डिलियां, तलवल निवासी पंचम यादव पुत्र रामराज यादव ने लिखित शिकायती पत्र दिया था कि बीते दिनों इस अस्पताल के चिकित्सक व पैरामेडिकल कर्मियों ने उनके मरीज का उपचार करने से मना कर दिया था। जिसके चलते उसकी जान पर खतरा बन गया था। जबकि अस्पताल का मूल धर्म ही बिना किसी भेदभाव के व निजी रंजिश के मरीज का इलाज करना होता है। उनकी इसी मनमानी इसी के चलते सीएमओ से शिकायत की गई थी और अपनी शिकायत को पुष्ट करने के लिए शपथ पत्र भी प्रस्तुत किया गया था। जांच के बाद शिकायत सही पाए जाने पर सीएमओ ने उक्त अस्पताल के पंजीकरण को निरस्त कर दिया। इस कार्रवाई के बाद इस तरह की मनमानी या फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पतालों में हड़कंप मच गया है। वहीं लोगों का कहना है कि संचालक व अन्य लोगों की मिलीभगत से अभी अस्पताल संचालित किया जा रहा है। मरीजों का यहां पर ऑपरेशन करके मरीजों को भर्ती करने के लिए धामूपुर स्थित एक अस्पताल में ले जाया जा रहा है। ताकि औचक निरीक्षण के दौरान यहां पर मरीज भर्ती न मिल सकें।



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