प्रधानमंत्री मोदी के 2024 तक टीबी मुक्त भारत की मंशा को गाजीपुर में लग रहा ब्रेक, गंभीर रोगियों को नहीं मिल रही दवा
गाजीपुर। जिले में इस समय करीब 3156 क्षय रोग के मरीजों का इलाज क्षय रोग विभाग द्वारा किया जा रहा है। जिसके तहत सभी मरीजों को निःशुल्क दवा विभाग की तरफ से मरीज को उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही निःक्षय पोषण योजना के तहत 6 माह तक 500 रूपए प्रतिमाह उनके खाते में पोषण हेतु भी भेजे जाते हैं। लेकिन पिछले कई महीनो से क्षय रोग के मरीजों के लिए विभाग की तरफ से दवा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। जिसके चलते मरीज परेशान नजर आ रहे हैं। ऐसे ही एक मरीज के परिजन व पूर्व मनोनीत सभासद विनोद कुशवाहा द्वारा बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में एमडीआर मरीजों की दवा उपलब्ध कराने के बाबत प्रार्थना पत्र भी दिया गया। विनोद कुशवाहा ने बताया कि उनकी बेटी एमडीआर मरीज है। जिसके लिए 18 महीने तक दवा चलना अनिवार्य होता है। लेकिन पिछले कई महीनो से विभाग के द्वारा उन्हें दवा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। जिसके लिए उन्हें बाजार का सहारा लेना पड़ रहा है। उनके करीब एक सप्ताह की दवा लगभग 1200 के आसपास पड़ रही है। वही इस संबंध में एसीएमओ डॉ मनोज सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दवा की सप्लाई नहीं आ रही है, जिसके चलते इस तरह की प्रॉब्लम आ रही है। जिला कार्यक्रम समन्वयक मिथिलेश सिंह ने बताया कि अप्रैल माह से ही क्षय रोग के मरीजों की पूरी दवा की सप्लाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि प्लेन इंडिया पोस्ट ऑफिस के माध्यम से जनपद के सभी सेंटर पर दवा पहुंचाई जाती है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले दवा की सप्लाई हुई थी। जो अगले 15 से 1 माह के अंदर एक्सपायर भी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि विभाग के द्वारा लोकल परचेज करने के लिए पत्र भेजा गया है। जिसके लिए उन्होंने इसके लिए सीएमओ ऑफिस फाइल भेजी है। लेकिन अभी तक खरीदारी नहीं हो पाई है। बता दें कि भारत सरकार द्वारा 2025 में क्षय रोग उन्मूलन के तहत कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब मरीज को दवा नहीं मिल पाएगी तो क्षय रोग का खात्मा होगा।