7वें वेतन आयोग में खुद को न शामिल किए जाने से एनएचएम कर्मी नाराज, मुख्यमंत्री को भेजा मांगपत्र
गाजीपुर। एनएचएम संघ प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर मंगलवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को देने पहुंचे। उनके न होने पर प्रतिनिधि के रूप में नायब तहसीलदार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। एनएचएम के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र शेखर सिंह ने बताया कि बीते दिनों मुख्यमंत्री की कैबिनेट में प्रस्ताव पास कर संविदाकर्मियों को 7वें वेतन आयोग का लाभ देने की संस्तुति प्रदान की गई है। परंतु स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम के संविदाकर्मियों को इस लाभ से वंचित रखा गया है। कहा कि ये पक्षपातपूर्ण रवैया है। कहा कि पूर्व में भी शासन द्वारा हमारी 5 सूत्रीय मांगों पर केवल आश्वासन ही दिया गया है और कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह एवं अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश के सभी जनपदों में कार्यरत एनएचएम कर्मी अपना रोष प्रकट कर रहे हैं। कहा कि कोविड काल में अपनी सेवाएं देकर एनएचएम कर्मियों ने राजकीय कार्यों का संपादन किया है। संगठन मंत्री अरुण कुमार सिंह एवं रवि चौरसिया ने कहा कि इस पर विचार नहीं किया गया तो संघ प्रदेश स्तरीय नेतृत्व के निर्देशन में अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन करेगा। इस मौके पर अजहर खान, मिथिलेश प्रजापति, राधेश्याम यादव, सोमारू कुमार, अशोक कुमार, प्रतिभा विश्वकर्मा, अरशद जमाल, दुर्गा प्रसाद कन्नौजिया, नित्यानंद पांडे आदि मौजूद रहे।