जिले की स्वास्थ्य समिति ने पूरे प्रदेश में हासिल किया नंबर 1 का ताज, सराहना कर रहे लोग
गोरखपुर। जिला स्वास्थ्य समिति ने अप्रैल से जुलाई तक की अवधि में हुई रैंकिंग में पूरे प्रदेश में टॉप किया है। यह रैंकिंग राज्य स्तर पर भेजी गयी बैठकों की कार्यवृत्ति के विश्लेषण के आधार पर हुई है। इसमे जिले को 76.7 फीसदी स्कोर मिले हैं। जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश की अध्यक्षता में होने वाली डीएचएस के शासी निकाय की बैठकों से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि रैंकिंग की जानकारी मिशन निदेशक अर्पणा उपाध्याय ने पत्र भेज कर दी है। सीएमओ ने बताया कि इस रैकिंग में एसीएमओ आरसीएच डॉ नंद कुमार, डीपीएम पंकज आनंद, डीडीएम पवन कुमार गुप्ता, डैम पवन कुमार, क्वालिटी सहायक विजय समेत जिला और ब्लॉक स्तरीय टीम की अहम भूमिका है। इनके जरिये डीएचएस की निरंतर सफल बैठकें हो पा रही है। इनमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की सभी गतिविधियों, उपलब्धियों, क्रियान्वयन, गैप्स, अन्य विभागों से समन्वय, वित्तीय निर्णय और भविष्य की कार्ययोजनाओं पर बात होती है, जिससे अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जाती हैं। समुदाय को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा देने में इन बैठकों का अहम योगदान है। डॉ दूबे ने बताया कि शासी निकाय की बैठकों के दौरान सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, यूपीटीएसयू, यूएनडीपी और सीफार के प्रतिनिधि भी प्रस्तुतियों के जरिये फीडबैक देते हैं। इनके जरिये स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर की जा रही हैं। बैठकों के कारण मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, नियमित टीकाकरण कार्यक्रमों, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रमों और राष्ट्रीय कार्यक्रमों में अपेक्षित सुधार हो रहा है। इस दौरान जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में डीएचएस की बैठक गुरुवार को देर शाम तक चली। बैठक में निर्देश दिया गया कि चिकित्सालयों में चिकित्सक व स्टॉफ की शत प्रतिशत उपस्थिति होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने अपील की है कि अस्पताल आने वाले हर मरीज और परिजन के साथ अच्छा व्यवहार होना चाहिए। अस्पतालों को आदर्श बनाएं। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की योजनाओं की समीक्षा की गयी और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने पर चर्चा की गई। इस मौके पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नेहा बंधु, सीएमएस डॉ राजेंद्र ठाकुर, अधीक्षक द्वय डॉ एनके श्रीवास्तव, डॉ अम्बुज श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ एके चौधरी, डॉ गणेश यादव, डॉ नंदलाल कुशवाहा, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, डीडीएचईआईओ सुनीता पटेल, वित्त अधिकारी डॉ राजीव वर्मा आदि रहे।