श्रीमद्भागवत कथा का हुआ आयोजन, वाराणसी से आए व्यास सुनाई कथा
जखनियां। क्षेत्र के पदुमपुर गांव में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा में वाराणसी से आए व्यास पंडित लक्ष्मीकांत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मनुष्य की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। यह कथा कल्पवृक्ष के समान है। भागवत कथा भगवान योगेश्वर के साक्षात दिए गए उपदेश का सार भी है। कहा कि जो कृष्ण हैं वहीं भागवत है। यह कथा भक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। इसमें श्रोता को एकाग्रचित्त होकर कथा का श्रवण करना ही उपयोगी माना जाता है। इस कथा के हवन पूजन की परिक्रमा करने वाले के भी सभी मनोरथ पूर्ण हो जाते हैं। कहा कि जहां भी श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन होता है, वहां का वातावरण पूरी तरह से धर्म क्षेत्र हो जाता है। जहां भगवान की कथा होती है, वहां सुनने के लिए भगवान अदृश्य रूप से पधारे रहते हैं। ऐसे में भगवान कृष्ण योगेश्वर द्वारा दिया गया उपदेश ही मानव को भवसागर से पार करने के लिए पर्याप्त है। इस मौके पर काशी से आए ब्राह्मण वरुण पाठक, चंदन पांडे, वृंदावन के भाष्कराचार्य संदीप शास्त्री, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सत्येंद्र प्रताप सिंह आदि रहे। मुख्य यजमान उदय प्रताप सिंह व पुष्पा सिंह रहे।