विजयादशमी मेले में पहुंचे राज्यमंत्री, लोगों से की रामायण के चरित्र से सीख लेने की अपील
खानपुर। क्षेत्र के सिधौना में चल रही श्री आदर्श रामलीला समिति द्वारा आयोजित विजयादशमी मेले में पहुंचे आयुष राज्यमंत्री डॉ दयाशंकर मिश्रा ने लोगों को राम के चरित्र को आत्मसात करने की सीख दी। राम, लक्ष्मण व हनुमान का माल्यार्पण कर रामलीला का आनंद उठाया। औषधीय प्रशासन एवं खाद्य सुरक्षा, आयुष राज्यमंत्री ने कहा कि रामचरित मानस के उपदेशों का मानव जीवन पर बहुत प्रभाव व महत्व पड़ता है। रामायण मात्र एक धार्मिक ग्रंथ नही बल्कि धर्म का समग्र रूप और अमृत वाणी है, जिसका पठन व श्रवण करते ही मन शांत और आत्मा प्रसन्नता का अनुभव करती है। रामलीला में पवित्र सोच व उत्तम विचारों का समावेश है। रामायण का स्थान हिन्दी साहित्य में ही नही बल्कि इसका महत्व विश्व साहित्य में भी अद्वितीय है। रामायण में वर्णित उपदेश मानवजाति को भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य व सदाचार का संदेश देते हैं। रामायण सर्वांग सुंदर, उत्तम काव्य के लक्षणों से युक्त, साहित्य के सभी रसों का आस्वादन कराने वाला, काव्य कला की दृष्टि से भी सर्वोच्च कोटि का ग्रंथ है। रामायण के महत्व को वाणी से व्यक्त करना संभव नहीं है। रामायण उपदेशात्मक धार्मिक ग्रंथ है। इसके उपदेश मानव को शांतिमय जीवन जीने हेतु प्रेरित करते हैं। रामलीला के सभी कलाकारों को सम्मानित करते हुए उन्हें अपने पूर्वजों के पौराणिक धरोहर को सहेजने के लिए बधाई दिया।