दम तोड़ रही किशोरियों को स्वच्छ रखने की योजना, उच्च विद्यालयों में निष्प्रयोज्य हुआ इंसीनरेटर बॉक्स



बिंदेश्वरी सिंह की खास खबर



खानपुर। परिषदीय विद्यालयों के जूनियर हाईस्कूल स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं की स्वच्छता के लिए लगाए गये सभी इंसीनरेटर बॉक्स आज निष्प्रयोज्य होकर समाप्त हो चुके है। बीते दिनों किशोरियों की स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए सभी उच्च विद्यालयों में इंसीनरेटर यानी सेनेटरी पैड नष्ट करने के लिए बॉक्स लगाया गया था। आज अधिकांश विद्यालयों के इंसीनरेटर बॉक्स को तोड़ दिया गया है या जर्जर अवस्था में खुद ही टूटा फूटा पड़ा हुआ है। किशोरियों को स्कूलों में ये सुविधा देने के लिए स्वच्छ भारत मिशन फेज दो के तहत इंसीनरेटर लगवाया गया था। सैदपुर ब्लाक के सभी उच्च विद्यालय में 8 हजार की लागत से दो चरण में इंसीनरेटर बॉक्स बनाए गए और एक बार शिक्षा विभाग द्वारा सेनेटरी पैड का वितरण कर इस महत्वपूर्ण योजना की इतिश्री कर दी गई। जिम्मेदार अधिकारी और शिक्षकों ने स्वच्छता के विकास की गंगा बहाते हुए सभी उच्च विद्यालयों में शौचालयों के करीब इस बॉक्स का निर्माण कराया था। इस बॉक्स की साफ सफाई और स्कूली बच्चियों में पैड की अनुपलब्धता से इस इंसीनरेटर स्वच्छता बॉक्स की उपयोगिता समाप्त हो गयी। ग्रामीण इलाकों में माहवारी जैसे विषयों पर लोकलाज और अनभिज्ञता भी इस बॉक्स की जरूरत को खत्म कर दिया।



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