सैदपुर : पुलिस का मानवीय रूप, गंगा से निकालकर युवती की जान बचाने को हाथ में लेकर दौड़े चौकी इंचार्ज, युवती ने दिया विचित्र बयान





सैदपुर। नगर के गंगा पुल से गंगा में छलांग लगाने वाली दो बहनों में से एक बहन को बचाने में एक पुलिसकर्मी ने ऐसा किरदार निभाया कि देखने वाला हर व्यक्ति पुलिस के इस छवि की सराहना करते नहीं थक रहा है। साथ ही उक्त पुलिसकर्मी का वो वीडियो वायरल हो गया है। शुक्रवार की सुबह चहनियां के मोलनापुर निवासिनी चचेरी बहनें सोनी और चंचल गंगा में कूद गईं। जिसमें सोनी की मौत हो गयी, वहीं ताबड़तोड़ ढंग से कार्यवाही करते हुए कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय ने दूसरी युवती चंचल को ढूंढ़वा लिया। युवती को बाहर निकालने के बाद मानवता का परिचय देते हुए कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय उक्त युवती को अचेतावस्था में ही अपने हाथ में उठाकर पीपा घाट पर दौड़ गए, ताकि उसे जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाई जा सके। निकालने के बाद घाट पर मौजूद हर कोई कह रहा था कि युवती की मौत हो गयी है। ये सुनकर जब युवती को उल्टा लिटाकर पीठ दबाया गया तो उसके मुंह से खून की जगह साफ पानी निकला। ये देखकर चौकी इंचार्ज को उम्मीद बंधी कि शायद चंचल जिंदा है। जिसके बाद वो तत्काल उसे हाथों में लेकर ही अस्पताल के लिए दौड़ पड़े। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी जान बचाई जा सकी। इधर अस्पताल में कुछ देर के इलाज के बाद एक बार होश में आने पर चंचल ने विचित्र बयान देकर सबको चौंका दिया। पहले तो उसने खुद को और सोनी को सगी बहन बताया और फिर कहा कि उन दोनों को पुल से किसी बाइक वाले ने धक्का दे दिया था। उसे सीने में काफी चोट लगने से ज्यादा बोल नहीं पा रही थी। हालांकि उसके इस बयान को लेकर पुलिस की आशंका है कि आत्महत्या की कोशिश छिपाने के लिए वो इस तरह की बात कह रही है।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< सैदपुर : जान देने की नीयत से गंगा पुल से कूदी बहनों में 1 की मौत, प्रेम प्रसंग में जान देने का सामने आ रहा मामला
गाजीपुर : देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा ‘एक देश एक चुनाव’, बार-बार चुनाव के बेतहाशा खर्च से मिलेगी निजात - राज्यमंत्री >>