अंग्रेजों के समय से चल रहे इस स्कूल के साथ सरकारी तंत्र का है सौतेला व्यवहार, आज नहीं मिल सका समुचित रास्ता





बहरियाबाद। ब्रिटिश काल से संचालित स्थानीय कम्पोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर आने-जाने का आज तक कोई रास्ता नहीं है। जिससे छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को विवादित रास्ते से ही आवागमन करना पड़ता है। विशेष कर बरसात के मौसम में छात्र-छात्राएं उक्त कीचड़ युक्त या फिर कुंड में तब्दील रास्ते से ही होकर आवागमन करने को विवश हैं। जबकि उक्त विद्यालय आजादी के बाद आज तक सभी लोकसभा, विधान सभा व पंचायत चुनावों में बूथ रहा है। रास्ते के विवाद के कारण ही धन आवंटन के बावजूद आज तक विद्यालय के उत्तरी चहारदीवारी का कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। जिसके लिए प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष व जिला मंत्री रहे राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित पूर्व प्रधानाध्यापक स्व. नरेंद्र प्रताप सिंह ने काफी प्रयास भी किया था। बीएलओ अवनी कुमार ने बताया कि बीते 2019 लोकसभा चुनाव के समय तत्कालीन उप जिलाधिकारी जखनियां ने चुनाव बाद रास्ते की समस्या के निस्तारण का आश्वासन दिया था। लेकिन उनका स्थानांतरण हो गया। बीते नवम्बर माह में उप जिलाधिकारी विजय बहादुर सिंह यादव से भी रास्ते की समस्या के निस्तारण की मांग की। जिसके लिए उन्होंने क्षेत्रीय लेखपाल को मौखिक रूप से निर्देशित भी किया लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो सका है।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< व्यापारियों की सुरक्षा व आचार संहिता के पालन को थानाध्यक्ष ने की बैठक, व्यापारियों से की अपील
कोविड टीकाकरण में युवा निभाएंगे अग्रणी भूमिका, तभी संकटमुक्त होगा जनपद - सीएमओ >>