7 चरणों में होंगे यूपी में चुनाव, प्रत्याशियों से लेकर मतदाताओं व निर्वाचनकर्मियों के लिए आयोग ने जारी की ये बड़ी गाइडलाइंस, एक खबर में पढ़ें पूरी बात -
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चन्द्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव होंगे। यूपी में इन चरणों के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे। पहले चरण की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से होगी और धीरे-धीरे कारवां बढ़ते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश पर जाकर समाप्त होगा। यूपी में इस बार भी चुनाव पिछली बार की तरह वेस्ट यूपी से शुरू होंगे। आखिरी चरण पूर्वांचल में होगा। पहले चरण में 58 और आखिरी चरण में 64 विधानसभा सीटों में वोटिंग होगी। इसके अलावा चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों को डिजिटल चुनाव प्रचार पर ज्यादा जोर देने का आग्रह किया है। आयोग ने कोरोना की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए कहा है कि 15 जनवरी तक कोई पदयात्रा, रोडशो, साइकल, बाइक रैली नहीं होगी। चुनाव आयोग कोविड की स्थिति को देखते हुए आगे का फैसला लेगा। इस दौरान पहले चरण में 14 जनवरी को नोटिफिकेशन, 21 जनवरी को लास्ट डेट नॉमिनेशन, 10 फ़रवरी को मतदान, दूसरे चरण का 21 जनवरी को नोटिफिकेशन, 28 जनवरी को लास्ट डेट नॉमिनेशन, 14 फ़रवरी को मतदान, तीसरे चरण में 25 जनवरी नोटिफिकेशन, 1 फ़रवरी लास्ट डेट नॉमिनेशन, 20 फ़रवरी को मतदान, चौथे चरण में 27 जनवरी को नोटिफिकेशन, 3 फ़रवरी लास्ट डेट नॉमिनेशन, 23 फ़रवरी को मतदान, पांचवें चरण में 1 फ़रवरी नोटिफिकेशन, 8 फ़रवरी लास्ट डेट नॉमिनेशन, 27 फ़रवरी को मतदान, छठें चरण में 3 फ़रवरी नोटिफिकेशन, 11 फ़रवरी लास्ट डेट नॉमिनेशन, 3 मार्च को मतदान व सातवें चरण में 10 फ़रवरी को नॉमिनेशन, 17 फ़रवरी को लास्ट डेट नॉमिनेशन व 7 मार्च को मतदान कराते हुए 10 मार्च को मतगणना कराकर परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। बता दें इससे पहले 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। इनमें लगभग 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इनमें 63 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं थीं, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 60 फीसदी रहा। चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया। वहीं अखिलेश यादव की अगुवाई में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन महज 54 सीटें जीत सका था। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती की बीएसपी सिर्फ 19 सीटों पर सिमट गई थी। इस बार सीधा मुकाबला सपा और भाजपा के बीच है। बीजेपी योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है। चुनाव आयुक्त ने प्रेस कान्फ्रेंस में कई बातें स्पष्ट कीं। इस दौरान चुनाव लड़ने वालों के लिए निर्देश भी दिए गए। जिसके तहत 15 जनवरी तक रैली, जनसभा नहीं कर सकेंगे। वर्चुअल रैली और डोर टू डोर प्रचार करने की इजाजत दी गई। डोर टू डोर प्रचार में भी केवल 5 लोग ही जा सकेंगे। बताया कि 15 जनवरी के बाद कोरोना के हालात का रिव्यू किया जाएगा और फिर रैलियों व जनसभाओं पर फैसला लिया जाएगा। अगर रैलियों की इजाजत दी गई तो भी इसमें कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा। मुख्य आयुक्त ने कहा कि हर रैली से पहले चुनावी उम्मीदवार से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने का शपथ-पत्र लिया जाएगा। कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ महामारी एक्ट, राष्ट्रीय आपदा नियंत्रण एक्ट व आईपीसी की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही राजनीतिक दलों को उम्मीदवारों और प्रत्याशियों को खुद भी अपना आपराधिक रिकॉर्ड बताना होगा। कहा कि सभी दलों और प्रत्याशियों को हेट स्पीच, फेक न्यूज और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को लेकर बेहद सतर्क रहना होगा और इसकी निगरानी भी करनी होगी। बड़ी सुविधा देते हुए कहा कि सभी प्रत्याशी सुविधा ऐप के जरिए ऑनलाइन नॉमिनेशन कर सकेंगे। बताया कि सभी दलों और प्रत्याशियों को चुनावी अपराध के संबंध में एडवाइजरी जारी की जाएगी। मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट यानी आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन करना होगा। इसके साथ ही मुख्य आयुक्त ने मतदाताओं के लिए भी नियम तय किए। जिसके अनुसार, अबकी बार कोरोना संक्रमितों को भी वोट डालने की सुविधा दी गई है। उनके लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा है। वहीं 80 से अधिक उम्र वाले सीनियर सिटिजंस और दिव्यांगों के लिए बड़ी व्यवस्था देते हुए घर पर ही मतदान का इंतजाम किया जाएगा। बताया कि अबकी बार 16 प्रतिशत पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं। 2.15 लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बने हैं। एक पोलिंग स्टेशन पर अधिकतम मतदाताओं की संख्या 1500 से घटाकर 1250 कर दी गई। महिला वोटर्स को बढ़ावा देने के लिए हर विधानसभा में कम से कम एक पोलिंग बूथ को सिर्फ महिलाएं ही मैनेज करेंगी। कहा कि मतदाताओं को अगर चुनाव में धांधली दिखे तो वो सीधे सी-विजिल ऐप पर जाकर शिकायत कर सकते हैं। जिस पर आयोग तत्काल एक्शन लेगा। प्रत्याशी व मतदाताओं के अलावा आयोग द्वारा निर्वाचनकर्मियों के लिए गाइडलाइंस दी गईं। जिसके तहत सभी चुनाव कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी जरूरी है। ऐहतियातन इन सभी को प्रिकॉशन डोज भी दी जाएगी। साथ ही सभी पोलिंग स्टेशन पर सैनिटाइजर्स, मास्क और थर्मल स्कैनर की सुविधा होगी। बताया कि कोरोना के मद्देनजर पोलिंग अफसर और बूथ दोनों को सुरक्षित रखे गए हैं।