सरकार व जिला प्रशासन के दावों को हवा हवाई साबित कर रहा ये धान क्रय केंद्र, किसान लगा रहे गुहार
खानपुर। जिला प्रशासन दावे मौधा स्थित धान क्रय केंद्र से जुड़े हुए कई किसानों के लिए हवा हवाई साबित हो रहे हैं। क्षेत्र के करीब दर्जन भर गांवों के 50 से अधिक किसान धान की खरीदारी न होने से परेशान और मायूस हैं। किसान सुबह से शाम तक क्रय केंद्र से लगायत मौधा सहकारी समिति के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कहीं पर भी उनके समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। मौधा धान क्रय केंद्र प्रभारी शिवप्रकाश तिवारी ने बताया कि 300 कुंतल धान राइस मिल पर भेजा गया था, जहां से 200 कुंतल धान को नम और धूल गर्दा बताकर वापिस कर दिया गया। ऐसे में अब किसानों से सूखे और साफ धान की मांग की जा रही है। वहीं किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार तो किसानों के हित की बात कह रही है लेकिन किसानों का धान क्रय केंद्रों पर खरीदा नहीं जा रहा है। क्रय केंद्र और घरों के बाहर धान की लाट रात में पड़ रही ओस से खराब हो रही है। इसके बावजूद धान की खरीदारी नहीं की जा रही है। गहिरा, जगदीशपुर, हरिहरपुर, भुजहुआं, अठगांवा, सौना आदि के दर्जनों किसानों ने कहा कि धान की खरीदारी नहीं होने से हमारे सामने भारी आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। कहा कि भारी लागत के बाद आवारा पशुओं से बचाकर कड़ी मेहनत से उगाए गए धान की सही समय पर खरीदारी नहीं होने पर किसान धरना प्रदर्शन करने को विवश हो सकते हैं। इस बाबत मौधा कोऑपरेटिव अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने बताया कि तीन किसानों से की गई धान की खरीद राइस मिल से वापस आने के बाद गोदाम में जगह का अभाव है। मिल संचालकों द्वारा धान को नम और गर्द बताकर धान के फसल को वापस करने के बाद किसानों से धान की खरीद करना मुश्किल हो रहा है। संबंधित अधिकारियों को समस्या से अवगत करा दिया गया है, जल्द ही पिछले खरीद के निस्तारण के बाद किसानों से धान की फसल खरीदी जाएगी।