पंचायत सहायक पद पर अपात्र की नियुक्ति के आरोप के साथ डीएम को भेजा पत्र, सचिव पर कार्रवाई की मांग
दुल्लहपुर। प्रदेश सरकार द्वारा पंचायत सहायक पद पर नियुक्ति की घोषणा के बाद इन पदों पर कुछ जिम्मेदारों पर धांधली किए जाने का भी आरोप लगा है। इस प्रक्रिया में सर्वाधिक अंक पाने वाले का ही कम्प्यूटर ऑपरेटर पद पर चयन किए जाने का आदेश है। लेकिन नेवादसानी मेंहदीपुर गाँव सभा में चयन प्रक्रिया में ग्राम विकास अधिकारी द्वारा शासन के सभी मानकों व आदेशों को दरकिनार करते हुए गांव के ही अपात्र अभ्यर्थी का चयन कर दिया गया। इस खबर की जानकारी होते ही गांव के पात्र युवाओं में रोष फैल गया। जिसके बाद उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री के शासनादेश में जिक्र था कि जिस परिवार में कोरोना काल में अगर माता व पिता में से किसी एक व्यक्ति की मृत्यु हुई हो तो और अगर उक्त आवेदक उस समय का मृत्यु प्रमाण पत्र लगाता है तो उसे प्राथमिकता दी जाएगी। लेकिन यहां आदेश को धता बता दिया गया। ग्राम विकास अधिकारी पर आरोप है कि पात्र के आवेदन को रोककर अपात्र का चयन कर लिया गया है। जिसके लिए जिलाधिकारी से पूर्व में भी शिकायत की जा चुकी है और एक बार फिर से उसकी शिकायत की गई। इस बाबत पात्र अभ्यर्थी अरविंद यादव ने अपने समस्त पत्रावली व ग्राम प्रधान द्वारा आवेदन के रिसिविंग प्रमाण पत्र के साथ शिकायती पत्र जिलाधिकारी को पत्र दिया गया। उन्होंने जांच कराकर आरोपी सचिव पर कार्रवाई की मांग की। कहा कि उन्होंने समय से पूर्व ही अपने अभिलेख ब्लॉक में जमा करा दिया था।