परिवार नियोजन सेवाओं में गुणात्मक सुधार के लिए आयोजित हुई कार्यशाला, 25 कोरोना योद्धा हुए सम्मानित
गोरखपुर। स्वास्थ्य विभाग ने सभी 23 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों के लिए परिवार नियोजन कार्यक्रमों पर अध्ययन आधारित कार्यशाला का आयोजन एक निजी होटल में गुरुवार की देर शाम किया। जिसमें परिवार नियोजन सेवाओं में गुणात्मक सुधार पर मंथन हुआ। कार्यशाला का आयोजन स्वयंसेवी संस्था पापुलेशन इंटरनेशनल सर्विसेज (पीएसआई)-द चैलेंज इनिशिएटिव ऑफ हेल्दी सिटीज (टीसीआईएचसी) के सहयोग से किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय ने 25 कोरोना योद्धाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में संस्था के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर अमित कुमार ने शहरी क्षेत्र में कार्य के दौरान के निष्कर्षों और चुनौतियों पर प्रस्तुती दिया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (परिवार कल्याण) डॉ. नंद कुमार ने बताया कि कार्यशाला के जरिये उन बिन्दुओं के बारे में जानकारी हुई, जिन्हें दूर कर गुणात्मक सेवाएं दी जा सकती हैं। शहरी क्षेत्र के बारे में एक सबसे अच्छा निष्कर्ष यह निकल कर आया है कि जिन लाभार्थियों ने परिवार नियोजन सेवाएं प्राप्त की हैं, वह पुनः शहरी स्वास्थ्य केंद्रों से सेवा पाने की इच्छुक हैं। इस दौरान डिवीजनल कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद पांडेय, शाहपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरप्रित जोगिंदर पाल, डीपीएम पंकज आनंद, शहरी स्वास्थ्य समन्वयक सुरेश सिंह चौहान ने परिवार नियोजन और किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रमों में गुणात्मक सुधार की अपेक्षाएं बताईं और समुदाय तक प्रभावी संदेश पहुंचाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव, डॉ. हरप्रीत, डॉ. शालिनी, डॉ. दिशा, डॉ. शादाब परवीन, डॉ. सविता तिवारी, डॉ. अरूण कुमार वर्मा, डॉ. नेहा कपूर, डॉ. श्वेता, कर्मचारी टुनटुन यादव, रमेश कुमार, मधुकर, पंकज, सुनील कुमार, सीफॉर प्रतिनिधि वेद प्रकाश पाठक आदि को कोरोना काल में प्रशंसनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस मौके पर सीएमओ की पत्नी कुसुम पांडेय, डॉ. कविता रानी शर्मा, डॉ. मनीष चौरसिया, डॉ. अर्चना, पवन कुमार, राकेश, अमरनाथ जायसवाल आदि रहे। संचालन डॉ. मुस्तफा खान ने किया।