ग्राहक सेवा केंद्र के नाम पर खाताधारकों को लूट रहे संचालक, इस तरह से संचालक ने कईयों के खाते से उड़ाए लाखों रूपए





सैदपुर। बैंकों द्वारा कुछ फीस लेकर लोगों को दिए जाने वाले ग्राहक सेवा केंद्र अब ग्राहकों के लिए भारी पड़ते जा रहे हैं। ज्यादातर ग्राहक सेवा केंद्र संचालकों आंखें रूपए देखकर चौंधिया जाती हैं और नतीजतन वो भोले भाले खाताधारकों के खाते से लाखों की रकम उड़ाने से भी गुरेज नहीं करते हैं। ऐसा ही एक वाकया शुक्रवार को सैदपुर थाने में देखने को मिला। जब कई खाताधारक एक ग्राहक सेवा केंद्र संचालक को लाखों की जालसाजी के आरोप में लेकर थाने में आए। उनका आरोप था कि उक्त व्यक्ति ने उनके खाते से लाखों रूपए उड़ा दिया है। सैदपुर के देवचंदपुर निवासी योगेश यादव ने काफी दिनों पूर्व सैदपुर के बैंक ऑफ बड़ौदा की मुख्य शाखा से सिधौना के नाम पर ग्राहक सेवा केंद्र का लाइसेंस लिया था। इसके बाद काफी समय तक वो केंद्र चलाता रहा। इस बीच शुक्रवार को एक खाताधारक उसके पास शिकायत लेकर पहुंचा कि खाते से रूपया निकाल लिया गया है। इस पर वो नानुकुर करने लगा। कुछ ही देर में ऐसे दर्जनों लोग आ गए जो रूपए गायब होने की शिकायत कर रहे थे। वो उसे लेकर सैदपुर मुख्य शाखा पर आए तो शाखा प्रबंधक ने ये बताया कि योगेश यादव के खिलाफ कई ग्राहकों ने पूर्व में शिकायत की थी जिसके बाद करीब 25 दिनों पूर्व ही उसका लाइसेंस रद कर दिया गया था और उसके कार्यालय से बैंक का बोर्ड भी हटवा दिया गया था। तब पता चला कि उक्त व्यक्ति बैंक ऑफ बड़ौदा का लाइसेंस रद होने के बाद फिनो बैंक से लाइसेंस लेकर चला रहा था और ग्राहकों को बिना बताए उनके खाते से रूपया निकाल लिया था। इसके बाद उसे लेकर थाने गए। पता चला कि उसने मऊ के रजमलपुर निवासी रामप्रताप भारद्वाज के खाते से छात्रवृत्ति के आए 19 हजार रूपए, अमेहता के मुंशी यादव के खाते से 64 हजार रूपए, चौबेपुर के राजेंद्र कुमार के खाते से 15 हजार रूपए निकाले थे। इसके अलावा दर्जनों की संख्या में ऐसे लोग थे जो सरकारी कर्मचारी थे और सामने में नहीं आना चाहते थे। वहीं अमेहता निवासिनी खाताधारक रीता देवी ने बताया कि योगेश ने उसके खाते से नवंबर 2017 में करीब 70 हजार रूपए निकाले थे। इसके अलावा उसने उसके खाते से कुल 1 लाख रूपयों का गबन किया है। वहीं बभनौली निवासी सुखविंदर शर्मा ने बताया कि वो गुरूवार को उसके यहां पहुंचे और बेटी सोनी शर्मा के खाते से अपने खाते में 22 हजार रूपए ट्रांसफर कराए लेकिन रूपए तो कट गए और उसके खाते में भी नहीं आए। इसके अलावा अभी जैसे जैसे लोगों को उसके कारनामे का पता चलता जा रहा था लोग आते जा रहे थे। पीड़ितों का कहना था कि किसी तरह से वो उनके रूपए दे। वहीं आरोपी ने भी स्वीकार किया कि उसने 3 लाख रूपयों का गबन किया है। वो जल्द ही रूपए लौटा देगा। फिलहाल दोनों पक्ष थाने में हैं। पीड़ितों का कहना है कि योगेश फिनो बैंक से उनके खाते से बिना बताए रूपए निकाल लेता था और ऐसा वो कई साल से कर रहा है। केंद्र पर रूपया लेने जाने पर वो हमारा अंगूठा लगवाकर रख लेता था और कहता था नेटवर्क नहीं है। बाद में रूपए निकाल लेता था। इसके पूर्व में भी एक बार ऐसा मामला हो चुका था तो उस समय भी सिधौना चौकी पर भुगतान कर मामला खत्म हो गया था। लोगों का कहना है कि उसके केंद्र पर करीब 5 हजार लोगों के खाते हैं। ऐसे में संभव है कि ये गबन का मामला 25 लाख रूपयों तक पहुंच जाए। बहरहाल थाने में बातचीत चल रही है।



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