नंदगंज : नैनो यूरिया व डीएपी के सही उपयोग के बाबत लगाई गई कार्यशाला, किसानों को दी गई जानकारी
नंदगंज। क्षेत्र के सबुआं गांव में आयोजित किसान सभा कार्यक्रम में चांद छाप नैनो यूरिया और डीएपी के सही उपयोग की किसानों को जानकारी दी गई। साथ ही इसके उपयोग के बारे में फैली भ्रांतियां से बचने की अपील की गई। विपणन अधिकारी जन्मेजय पांडेय ने बताया कि कि नैनो यूरिया का स्प्रे बीज बोने के लगभग एक माह बाद करना चाहिए। राख या मिट्टी में मिलाकर इसका उपयोग नहीं करना चाहिए। चांद छाप नैनो यूरिया और नैनो डीएपी दोनों का उपयोग अलग-अलग तरीके से होता है। नैनो यूरिया का छिड़काव पत्ती पर ही करना चाहिए। नैनो डीएपी को बीज में मिलाकर या पत्ती पर छिड़काव से ज्यादा फायदा होता है। नैनो यूरिया का 2-4 एमएल प्रति लीटर पानी (या 250 मिली/ एकड़, 125 लीटर पानी में) के घोल का खड़ी फसल पर छिड़काव करना चाहिए। अनाज, दाल, सब्जियां, फल, फूल, औषधीय आदि सभी तरह की फसल पर इसका उपयोग किया जा सकता है। इस दौरान विभागीय अधिकारी कृष्णानंद पांडेय समेत संतोष, भोले सिंह, मुन्ना, गप्पू सिंह आदि दर्जनों किसान उपस्थित रहे।