सैदपुर : घूसखोरी में एकाउंटेंट द्वारा नाम लिए जाने के बाद मेडिकल पर गए खंड शिक्षा अधिकारी, कार्रवाई के लिए एंटी करप्शन टीम की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे बीएसए





सैदपुर। नगर के बीआरसी परिसर से सहायक शिक्षक की अनुपस्थिति कटवाने के नाम पर 10 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम द्वारा एकाउंटेंट को रंगे हाथ गिरफ्तार किए जाने व पूछताछ में एकाउंटेंट द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी का नाम लेने के बाद संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी अविनाश राय फंसते जा रहे हैं। जिसके बाद बचाव के लिए वो मेडिकल लगाकर छुट्टी पर चले गए हैं। छुट्टी पर जाने के बात की पुष्टि बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने की है। वहीं अब बीईओ से पीड़ित रहे कुछ निजी स्कूल सहित सरकारी शिक्षक भी धीरे-धीरे उनके बारे में बता रहे हैं लेकिन अब भी विभाग की कार्रवाई के डर के चलते खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। बीते सप्ताह एंटी करप्शन टीम ने खंड शिक्षा अधिकारी अविनाश राय के कक्ष में बैठने वाले एकाउंटेंट को घूस लेते हुए दबोचा था। उसने बताया कि ये रिश्वत वो खंड शिक्षा अधिकारी अविनाश राय के कहने पर लेता था और फिर उन्हें सौंप देता था। उसने बताया कि व्हाट्स एप पर मैसेज आने पर पूर्व में भी उसने कई शिक्षकों से रूपया लिया था और उन्हें बीईओ को सौंप दिया था। संविदा पर तैनात आरोपी एकाउंटेंट द्वारा सीधे खंड शिक्षा अधिकारी का नाम लिए जाने के बाद दर्ज किए गए मुकदमे में भी एंटी करप्शन टीम ने बीईओ अविनाश राय का नाम शामिल किया है। इस मामले में निजी स्कूलों के प्रबंधकों ने बताया कि हमारे स्कूलों में कक्षा 1 में शासन के निर्देश पर पहले से तय किए गए कुछ प्रतिशत गरीब बच्चों का प्रवेश लिया जाता है। उनकी सीट स्कूल में तय होती है और उनके बाबत पूर्व में ही स्कूलों की जांच कर ली गई थी लेकिन सैदपुर में आने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी अविनाश राय ने सिर्फ रूपया ऐंठने के लिए फिर जांच कराई। इसके बाद रूपया लेकर शांत हो गए। वहीं कई सरकारी शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा बड़े पैमाने पर वसूली की जाती थी। पूर्व में हुई कई खेल प्रतियोगिताओं को लेकर कहा कि सभी शिक्षकों से हजार से 1500 रूपए वसूले गए थे। वहीं अब उनका नाम इस कांड में आने के बाद शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग ये कह रहा है कि आज नहीं तो कल, ये होना ही था। जिस तेजी से वो ऐसे कार्य को अंजाम दे रहे थे, उसमें उनका फंसना तय था। बहरहाल, इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि एंटी करप्शन टीम जैसा रिपोर्ट देगी, उसी के आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी अविनाश राय के खिलाफ कार्यवाही या जांच की जाएगी। फिलहाल, विभाग की तरफ से उनके खिलाफ कोई जांच नहीं की जा रही है। एंटी करप्शन की रिपोर्ट के बाद ही आगे का कदम उठाया जाएगा। वहीं छुट्टी पर जाने के सवाल पर कहा कि वो मेडिकल लीव पर चले गए हैं। जनवरी में उनको सेवानिवृत्त होना है।



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