सादात : प्राचीन मठ पर अराजक तत्वों ने किया अवैध कब्जा, शिकायत मिलने के बाद 24 घंटों के अंदर आईजी के सहयोग से हटा कब्जा, आरोपियों पर मुकदमा





सादात। स्थानीय कस्बा स्थित उदासीन आश्रम की शाखा संगत मठ आश्रम को जोन के आईजी पीयूष मोर्डिया के निर्देश के बाद अराजक तत्वों के अवैध कब्जे से मुक्त करा दिया गया है। जिसके बाद श्रद्धालुओं में हर्ष का माहौल है और वो आईजीपी का धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं। मठ के पूर्व महन्त स्व. शांति दास के उत्तराधिकारी व वर्तमान में महन्त अलख पुरूष दास हैं। वो बीते 5 जुलाई को आश्रम में ताला बन्द करके जौनपुर के आश्रम में गये हुए थे। इस बीच 7 जुलाई को महंत को पता चला कि सादात निवासी रामशरण ने अपने भाई रामजी, रामलाल पुत्र दुखंती आदि ने अपने परिजनों व सहयोगियों की मदद से संगत मठ आश्रम का ताला तोड़कर उस पर अवैध कब्जा कर लिया है। जिसके बाद महन्त अलख पुरूष दास ने 2 अगस्त को जोन के आईजी पीयूष मोर्डिया से मिलकर उन्हें प्रार्थना पत्र दिया और पूरी बात बताई। इसके बाद मामले की संवेदनशीलता व आश्रम से जुड़े श्रद्धालुओं की समस्या को देखते हुए उन्होंने जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. ईराज राजा को जांच कर वास्तविक स्वामी को कब्जा दिलाने का निर्देश दिया। जिसके बाद उक्त मठ पर पहुंचकर पुलिस ने पूरी जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर 24 घंटों के अंदर कार्रवाई करते हुए मठ पर अवैध कब्जा करने वाले अराजक तत्व रामशरण, रामजी, रामलाल सहित अन्य परिजनों व अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके बाद राजस्व विभाग के सहयोग से उक्त आश्रम को अवैध कब्जे से मुक्त कराकर वास्तविक स्वामी महन्त अलख पुरूष दास को कब्जा दिलवाया गया। पुलिस की इस त्वरित व उचित कार्यवाही के बाद स्थानीय लोगों से सहित आश्रम के जुड़े लोगों में हर्ष का माहौल है।



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