टीम भावना और सतत प्रयासों से बदल रही है भटहट सीएचसी की सूरत, जिले की पहली एनक्वास इकाई का मिला सम्मान
गोरखपुर। अगर टीम भावना से निरंतर प्रयास किया जाए तो किसी भी स्वास्थ्य इकाई की सूरत बदली जा सकती है। भटहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इसकी मिसाल है, जो चार साल के भीतर चार बार कायाकल्प पुरस्कार और सीएचसी श्रेणी में जिले की पहली एनक्वास सर्टिफाइड इकाई बन चुका है। यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने भटहट सीएचसी की तरफ से शहर के एक निजी होटल में मंगलवार को आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में कहीं। इस मौके पर गोरखपुर जिले के पूर्व एसीएमओ आरसीएच और वर्तमान में मऊ जनपद के सीएमओ डॉ नंद कुमार समेत 114 लोगों को सम्मानित किया गया। एनक्वास सर्टिफाइड जैनपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर की टीम को भी सम्मानित किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि जिले की अन्य सीएचसी को भी भटहट के मॉडल से सीख कर समुदाय को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा देने के लिए आगे आना होगा। कायाकल्प पुरस्कारों की धनराशि से भटहट में मरीजों के हित में ढेर सारे इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधी कार्य किये जा सके। इससे टीम का मनोबल बढ़ा तो सीएचसी को एनक्वास के लिए भी तैयार किया जा सका। इसके लिए सीएचसी के अधीक्षक डॉ अश्विनी चौरसिया और टीम बधाई की पात्र है। पूर्व एसीएमओ आरसीएच और मऊ जनपद के सीएमओ डॉ नंद कुमार ने कहा कि क्वालिटी सिर्फ पुस्तकों का विषय नहीं है। इसके लिए समय, समर्पण और टीम भावना की आवश्यकता होती है। भटहट की टीम ने इसे सिद्ध करके दिखाया है। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि ब्लॉक प्रमुख रेखा सिंह और उनके प्रतिनिधि राघवेंद्र सिंह ने कहा कि सरकारी अस्पतालों की सूरत बदली है और इससे लोगों का सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में विश्वास भी बढ़ा है। इसके पीछे भटहट जैसे अस्पतालों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सम्मानित होने वाले जैनपुर गांव के ग्राम प्रधान वाजिद अली ने भी अपने अनुभव साझा किये और कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में एक जनप्रतिनिधि होने के कारण जो भी सहयोग हो सकेगा, हमेशा करेंगे। भटहट सीएचसी के साथ साथ जैनपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर को राष्ट्रीय स्तर का एनक्वास पुरस्कार मिलना गौरव की बात है। इस दौरान एसीएमओ डॉ एके चौधरी, डॉ गणेश यादव, डीएमओ अंगद सिंह, अधीक्षक डॉ अश्वनी चौरसिया, चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष चौहान, डॉ ज्ञान प्रकाश गुप्ता, डॉ अविनाश कुमार सिंह, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ एजाज अहमद, डॉ आसना राव, आयुष चिकित्सक डॉ अरुण कुमार, डॉ राकेश सिंह, डॉ दिनेश साहनी, डॉ सुमन लता, एचईओ कमलेश्वर सिंह, फार्मासिस्ट संजय सिंह कुशवाहा, मुरली श्याम, मनोज कृष्ण चौरसिया, स्टॉफ नर्स निधि कुशवाहा, कृष्णा, पुष्पा तिवारी, कविता पाल, तारा, अनुराधा, रश्मि मौर्या, पल्लवी सिंह, मनोज कुमार, बीपीएम अश्वनी कुमार त्रिपाठी, बीसीपीएम आरती त्रिपाठी, बैम प्रदीप कुमार खरवार, डीईओ राकेश कुमार श्रीवास्तव, एलटी राकेश कुमार गौड़, अरविंद नायक, एलए प्रवीण कुमार पांडेय, कार्यालय सहायक मसुदूल हसन, दंत रोग विभाग से प्रकाश श्रीवास्तव, एक्स रे टेक्निशियन केपी पटेल, कुष्ठ रोग विभाग से जय गोबिन्द व रतन लाल श्रीवास्तव, एचएस बीरबल, इरशाद अहमद, बीएचडब्ल्यू क्षितिज आनन्द, नन्द किशोर, अंशुदीप कन्नौजिया, अनुपम गुप्ता, सीएचओ शशिकला, शालिनी गुप्ता, छगन लाल, शुभांगी गुप्ता, उमा गुप्ता, स्मिता यादव, सीमा वर्मा, दीपक तिवारी, शैल सिंह, ममता यादव, रंजीत, गोबिंद, मोनिका, नीलम, नीतेश, विकास कुमार, एएनएम रीमा कन्नोजिया, प्रियंका पटेल, ऑप्टोमैट्रिस्ट धीरेंद्र, मो अकरम, एसटीएस सद्दाम हुसैन, आशा संगिनी मीना गुप्ता, आशा कार्यकर्ता इन्दू, ममता, सरोज, गुंजा, प्रियंका, रंजना, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राम बिलास, हरी प्रसाद, धर्मशील, रीता देवी, मीना, रीना, अर्चना, सुनीता, विधाता और प्रेम कुमार को सीएचसी में गुणात्मक बदलाव संबंधी योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इनके अलावा भटहट सीएचसी को एनक्वास दिलवाने में योगदान देने वाले ग्राम प्रधान वाजिद अली, पूर्व जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट डॉ मुस्तफा खान, क्वालिटी सहायक विजय श्रीवास्तव और सीफार के प्रतिनिधि वेद प्रकाश पाठक को भी सम्मानित किया गया। साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के डिवीजनल प्रोग्राम मैनेजर अरविंद पांडेय, क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ जसवंत मल्ल, डिवीजन की टीम से राजीव रंजन, शैलेन्द्र यादव, ड्रिस्ट्रिक्ट कंसल्टेंट डॉ संतोष ओझा, डॉ अजय कुमार, डॉ मोइनुद्दीन, डीपीएम पंकज आनंद, डीपीएमयू टीम से पवन कुमार गुप्ता, पवन कुमार, रिपुंजय पांडेय, सूर्य प्रकाश मौर्या, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से डॉ मुकुल, डॉ कमलेश, डॉ अर्चना, डॉ सिद्धेश्वरी, रमेश सिंह, रंजीत राय, नवीन गुप्ता, मनीष त्रिपाठी, संदीप राय, एआरओ एसएन शुक्ला, शुभम व उपेंद्र यादव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन शाहीन ने किया।