शारदा सहायक नहर के लालगंज रजवाहे की सफाई के नाम पर हो रही खानापूर्ति, सरकारी धन की हो रही बंदरबांट
भीमापार। शारदा सहायक नहर खंड 23 के लालगंज रजवाहे की सफाई जेसीबी से करवाकर खानापूर्ति की जा रही है। नहर में मौजूद झाड़ियां और पटरियों पर मौजूद झाड़ियां और घास फूस इस बात की गवाही दे रही हैं कि सफाई के नाम पर सरकारी धन का सिर्फ बंदरबांट किया जा रहा है। ऐसे में नहर चालू होने के बाद टेल तक पानी कैसे पहुंचेगा, यह एक बड़ा सवाल है। यही नहीं, नहर में मौजूद पुलों के नीचे सफाई तक नहीं की जा रही है। जिससे पुल के नीचे काफी मात्रा में सिल्ट जमा हो चुका है। ऐसे में पानी के दबाव से नहर में कटान भी होगी। इससे पहले भी सिल्ट की सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी नहर विभाग के उच्चाधिकारियों को नहीं है। लालगंज रजवाहा देवनाथपुर माइनर तत्कालीन विधायक राजनाथ सिंह की देन है। क्षेत्र के बुजुर्ग बताते हैं कि क्षेत्र के किसानों की मांग पर उन्होंने नहर निकालने को कहा। फिर क्या था, कुछ ही वर्षों में यह नहर बनकर तैयार हो गई और तब से आज तक इस नहर का लाभ क्षेत्र के किसानों को मिल रहा है। ंलेकिन जब से नहरों की साफ सफाई जेसीबी मशीन से होने लगी, तब से नहरों में पानी का अभाव बना हुआ है। आज जब नहरों में पानी की जरूरत है तो नहरें झाड़ झंखाड़ से पटी हुई हैं। न तो नहरों की मुकम्मल साफ सफाई की जा रही है और न ही नहरों पर किये जा रहे अतिक्रमण की तरफ विभाग के अधिकारियों का ध्यान है। क्षेत्र के सैकड़ों गाँव के किसान नहर की हालत और दुर्दशा देखकर काफी चिन्तित हैं।