13 को चुनावी रिजल्ट के पूर्व चट्टी चौराहों पर रोजाना हो रही समीक्षा, सादात में निर्दलीय प्रत्याशी के आने से त्रिकोणीय हुई लड़ाई
सादात। निकाय चुनाव के प्रथम चरण में नगर पंचायत सादात में हाल ही में मतदान सम्पन्न होने के बाद अब जीत-हार को लेकर कयास लगाया जाने लगा है। हर कोई अपने-अपने तरह से जीत के दावे कर रहा है। फिलहाल जीत और हार का फैसला तो जखनियां तहसील मुख्यालय पर 13 मई को होने वाली मतगणना के बाद ही होगा, लेकिन चर्चाओं का दौर जारी है। गली-मोहल्ले से लेकर चाय-पान की दुकानों पर भी बस चुनाव परिणाम की ही चर्चा हो रही है। प्रत्याशी और उनके समर्थक भी मतदान की समीक्षा कर रहे हैं। मतदान के बाद लोग एक-दूसरे से फोन के जरिए चुनावी हाल चाल ले रहे थे। लोग जीत-हार को लेकर शर्त लगाते रहे। नगर पंचायत सादात के चेयरमैन की सीट पर रोचक मुकाबला माना जा रहा है। मजेदार बात तो यह है कि भाजपा को अपने ही बागी उम्मीदवार शिवानन्द सिंह मुन्ना से कड़ी टक्कर मिलती दिख रही है। निर्दलीय शिवानंद सिंह के साथ सपा की सुमन यादव और भाजपा की प्रमिला यादव के बीच में त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। देखना यह है कि इस बार सादात का प्रतिनिधित्व कौन करता है। दूसरी तरफ वर्ष 2017 में हुए निकाय चुनाव पर नजर डालें तो नगर पंचायत सादात में कुल 9551 में से 6510 वोट पड़े थे। जिसमें 6325 मत वैध रहे और 185 वोट अवैध हो गए थे। इसमें 3 लोगों ने नोटा पर और 8 वोट डाक मतपत्र के रूप में रहे। उस समय 22 नवम्बर 2017 को मतदान हुआ था, जबकि मतगणना 1 दिसंबर को हुई थी। उस समय कुल 8 प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें बीजेपी की प्रमिला यादव 2231 मत पाकर विजयी हुई थी। दूसरे स्थान पर रही सपा की सुमन यादव को 2035 वोट मिला था। वहीं इस बार नगर के कुल 10798 मतदाताओं में से 3782 महिला व 3854 पुरुषों को मिलाकर कुल 7636 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है। इस बार के चुनाव में अध्यक्ष के 9 और सभासद के 49 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनके चुनावी भाग्य का फैसला मतपेटी में बंद है, जो 13 मई को खुलेगा।