सादात के तीन कॉलेजों में एनएसएस के तहत शुरू हुआ 7 दिवसीय शिविर, दिया गया प्रशिक्षण
सादात। सादात के समता पीजी कॉलेज, बापू महाविद्यालय व रूद्रनगर बेलासी स्थित दुर्गावती राधेश्याम बालिका महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ हुआ। स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही कार्यक्रम अधिकारियों के निर्देशन में जनजागरण का कार्य किया। समता पीजी कालेज के एनएसएस की दो इकाईयों का विशेष शिविर महंत शिवदास उदासीन इंटर कॉलेज समता के परिसर में शुरू हुआ। उद्घाटन के मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अजय शुक्ल, अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष डॉ. पीयूष वर्मा, कार्यक्रम अधिकारी अवनीश कुमार राय एवं राकेश कुमार मिश्र ने शिविरार्थी छात्र छात्राओं को रासेयो की आधारभूत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एनएसएस का मुख्य उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र के विकास के साथ-साथ राष्ट्र सेवा के लिए उन्हें जागरूक करना है। उद्घाटन के पश्चात एक इकाई बौद्धिक परिचर्चा का हिस्सा बनी, तो दूसरी इकाई ने चयनित बस्ती में जाकर जनजागरण का कार्य किया। वहीं बापू महाविद्यालय में आयोजित में बतौर मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रो. त्रिवेणी सिंह ने महत्व बताते हुए मानव जीवन के सर्वांगीण विकास और समाज को सही दिशा प्रदान करने के बाबत स्वयंसेवकों को जागरुक किया। कहा कि रासेयो स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व विकास का एक सशक्त माध्यम है, जिसको वह अपने जीवन में आने वाली कठिनाईयों का दृढ़ संकल्पित होकर मुकाबला कर सकता है। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संतोष कुमार सिंह ने शिविर के अन्य क्रियाकलापों के बारे में विस्तारपूर्वक वर्णन किया। इसी क्रम में दुर्गावती राधेश्याम बालिका महाविद्यालय में प्राचार्य डा. बंगाली सिंह यादव और कार्यक्रम अधिकारी डा. ज्ञानवती सिंह यादव ने बताया कि एनएसएस का आदर्श वाक्य ‘मैं नहीं बल्कि आप’ है, जो लोकतांत्रिक भावना को दर्शाता है। इसकी वैचारिक अवधारण महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित है जिसमें जन-जन का और समाज का कल्याण निहित है। कहा कि देश के निर्माण में युवाओं का सर्वाधिक योगदान होता है और एनएसएस युवाओं की भूमिका को बढ़ाने और अग्रणी रखने की एक सार्थक योजना है।