तेज करें टीबी मरीजों के एडॉप्शन का अभियान, मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं पर हो जोर - सीडीओ
गोरखपुर। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक विकास भवन सभागार में हुई। जिसमें नियमित टीकाकरण, छाया वीएचएसएनडी और मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों को सुदृढ़ बनाने पर चर्चा हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मरीजों के एडॉप्शन अभियान को तेज करने का दिशा निर्देश दिया और कहा कि इस कार्यक्रम में सभी सरकारी विभागों को जोड़ा जाए। उन्होंने मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष जोर देने को कहा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि बैठक के दौरान सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान पर विशेष तौर पर चर्चा हुई। निर्णय हुआ कि क्षय रोगियों को खोजने के अलावा जरूरतमंद क्षय रोगियों को गोद लेने की योजना से जोड़ा जाए। सरकारी विभागों से जुड़े अधिकाधिक लोगों को निक्षय मित्र बनाया जाए, ताकि यह निक्षय मित्र मरीजों को गोद लेकर उन्हें छह माह तक पोषण और मानसिक सम्बल प्रदान कर सकें। ऐसा करने से मरीज की दवा नहीं बंद होती है और बढ़े आत्मबल के साथ वह जल्दी ठीक हो जाता है। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत ड्यू लिस्ट को ठीक करने और प्रत्येक पात्र लाभार्थी तक टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराने पर बात हुई। राष्ट्रीय कार्यक्रमों, विशेष टीकाकरण पखवाड़े और नवजात स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गयी। विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के प्रतिनिधियों ने भी प्रस्तुति दी और स्वास्थ्य कार्यक्रमों को सुदृढ़ करने के बारे में अपने फीडबैक भी प्रस्तुत किये। इस मौके पर सीएमएस डॉ एनके श्रीवास्तव, डॉ राजेंद्र ठाकुर, एसीएमओ डॉ नंद कुमार, डॉ एके चौधरी, डॉ गणेश प्रसाद यादव, डीसीएमओ डॉ अश्विनी चौरसिया, डीडीएचआईओ सुनीता पटेल, क्वालिटी मैनेजर डॉ मुकुल, डॉ कमलेश, कंसल्टेंट डॉ अर्चना, डॉ सिद्धेश्वरी, डीपीसी डॉ संचिता, डीपीएमयू से पवन गुप्ता, पवन कुमार, पीपीएम समन्वयक एएन मिश्रा, आदिल आदि रहे। संचालन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक पंकज आनंद ने किया।