ग्राम प्रधान की नाबालिग बेटी संग दबंगों ने किया दुष्कर्म, पुलिस सामान्य सी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कर रही लीपापोती, पीड़िता की मां ने लगाई गुहार





सादात। जखनियां तहसील क्षेत्र के एक गांव की महिला प्रधान ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ बीते आठ अक्टूबर को हुए दुष्कर्म के मामले में भुड़कुड़ा पुलिस पर पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करने का गंभीर आरोप लगाया है। बताया कि पुलिस दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की बजाय हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को बचाने के लिए मामले की लीपापोती कर रही है। उन्होंने पुलिस के उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए एक दर्जन नामजद व आधा दर्जन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। एक गांव के नाबालिग पीड़िता की मां गांव की ग्राम प्रधान है। उन्होंने बताया कि बीते 8 अक्टूबर को अपने गांव स्थित सैय्यद बाबा के मजार पर अपनी सास, बेटा व बेटी के साथ पूजा करने गयी थी। इसी बीच वहां पर उसके खिलाफ चुनाव लड़ चुके गांव के ही दबंग पहुंचे। बताया कि करीब 15-20 लोगों की भीड़ में से प्रमोद मिश्रा, सत्यम मिश्रा, मनोज यादव, सूरज मौर्य, शिवम मिश्रा आगे बढ़कर उसकी नाबालिग बेटी को अगवा कर अपने साथ मजार के पीछे की तरफ लेकर चले गये। उन्होंने बताया कि गांव निवासी लोलार्क मिश्रा व अन्य लोग मुझसे और मेरी सास से बदसलूकी करते हुए मोबाइल छीनकर तोड़ दिए। इतने पर भी नहीं रूके और लोलार्क ने धमकी दिया कि उनके परिवार की शिमला पाण्डेय के विरुद्ध आजमगढ़ में फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी करने के मामले में की गई शिकायत की आगे से पैरवी नहीं करें, अन्यथा अंजाम इससे भी बुरा होगा। उन्होंने बताया कि घटनास्थल भुड़कुड़ा थाना क्षेत्र में होने की वजह से वहां केस दर्ज कराया गया है। कहा कि पुलिस ने इस मामले में दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की बजाय सामान्य सी धारा 147, 504, 506 और 356 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। कहा कि सभी आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं और दरवाजे पर चढ़कर अनाप शनाप बकते हुए धमकी दे रहे हैं। बताया कि पीड़िता किशोरी अभी भी दहशत में है। उसने पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। दूसरी तरफ इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से न्यायोचित कार्रवाई की मांग की है, अन्यथा आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने की चेतावनी दी है।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< दशकों से कूड़ा संग्रहण स्थल को घोषित किया गया कूड़ा मुक्त क्षेत्र, सफाईकर्मियों ने ली प्रतिज्ञा
निकाय चुनाव 2022 : गाजीपुर में पिछड़ी जाति को एक बार फिर मिला लॉलीपॉप, जिले में सिर्फ सैदपुर की सीट हुई एससी के लिए आरक्षित, शेष अनारक्षित या महिला >>