श्रीमद् भागवत कथा का हुआ समापन, महामंडलेश्वर ने दिया गूढ़ ज्ञान
जखनियां। क्षेत्र के परसपुर गांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा पाठ का समापन किया गया। इस दौरान सिद्धपीठ हथियाराम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर मंहंथ भवानी नंदन यति.महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया। कहा कि धरा पर संतों का प्रादुर्भाव मानव कल्याण के लिए ही होता है। संत की कोई जाति नहीं होती। कहा कि आज जीव क्षणिक लाभ के लिए मानवीय कर्तव्यों का हनन करता जा रहा है। फलस्वरूप मनुष्य संकट में पड़ता जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि हमें भावनाओं से कर्म करना चाहिए ताकि सर्वे भवंतु सुखिनः की अनुभूति हो सके। जिसको संजोए रखने के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम राम के गुणों का अनुकरण करना चाहिए। कहा कि त्याग, लगन, निष्ठा की भावना से जागृत स्वरूप समाज की रचना हो पाएगी। पीजी कॉलेज के राकेश तिवारी ने बताया कि आप सब राम के गुणों का अनुकरण करें तभी पुलकित तथा पल्लवित होते रहेंगे। इस मौके पर दिवाकर पांडे, रमाशंकर पांडे, अत्रदेव पांडे, कथा के व्यास आशुतोष त्रिपाठी, राधेश्याम जायसवाल आदि रहे।