स्तनपान को बढ़ावा देने की मेडिकल कालेज की अनूठी पहल, नुक्कड़ नाटक करके किया जागरूक
गोरखपुर। बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज का बाल रोग विभाग सही तरीके से छह माह तक सिर्फ और सिर्फ स्तनपान का संदेश पहुंचाने में जुटा है। 1 से 7 अगस्त तक चले विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान नुक्कड़ नाटक समेत विविध जनजागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन किये गये और धात्री महिलाओं को समूहों में बैठाकर इस विषय में जानकारी दी गयी। इसके अलावा कॉलेज में बने कंगारू मदर केयर (केएमसी) वार्ड में भी स्तनपान का महत्व बताते हुए सही तरीके से स्तनपान करवाने का तरीका नियमित तौर पर सिखाया गया। दो दर्जन से अधिक धात्री महिलाओं को सही तरीके से स्तनपान के बारे में रविवार को जानकारी दी गयी । कॉलेज के बाल एवं शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ अनिता मेहता के दिशा-निर्देशन में पूरे सप्ताह इस प्रकार के आयोजन किये गये। सोमवार को नुक्कड़ नाटक भी किया गया और स्तनपान के बारे में अहम संदेश दिये गये। विभागाध्यक्ष डॉ अनिता मेहता ने बताया कि कामकाजी महिलाएं भी बच्चों को स्तनपान करवा सकती हैं। ऐसी माताएं साफ-सुथरे हाथों से कटोरी में दूध निकाल कर रख दें। यह दूध कमरे के तापमान पर छह से आठ घंटे तक खराब नहीं होता है। इसे ढक कर रखा जाना चाहिए। इस दूध को घर का कोई सदस्य बच्चे को पिला सकता है। दूध फ्रीज में रखा जाए तो 24 घंटे खराब नहीं होता है लेकिन ऐसा दूध पिलाने के लिए फ्रीज से निकालने के बाद एक घंटे कमरे के तापमान में रखना आवश्यक होता है। डॉ. अभिषेक सिंह ने यह बताया कि बच्चे को छह माह बाद भी पूरक आहार के साथ कम से कम दो वर्ष तक स्तनपान कराने से वह निरोग रहता है। बीमार होने पर भी सफाई के साथ दूध निकाल कर स्तनपान करवाना है। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ आवासीय चिकित्सक डॉ. नवीन, डॉ. इक़बाल, डॉ. अनामिका, एमबीबीएस के प्रशिक्षु, डायटिशियन पद्मिनी आदि ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।