कोविड टीकाकरण के लिए आगे आएं सामाजिक संगठन, 30 सितंबर तक हर लाभार्थी को मिले एहतियाती डोज - सीएमओ
गोरखपुर। बच्चों के दूसरे डोज के टीकाकरण और 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग के कोविड टीकाकरण के एहतियाती डोज का ग्राफ बढ़ाने के लिए समुदाय आधारित संगठनों को आगे आकर विशेष प्रयास करने होंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने यह अपील करते हुए कहा कि 30 सितंबर तक प्रत्येक पात्र लाभार्थी को कोविड टीके की एहतियाती डोज से आच्छादित करवाने में लोग मददगार बनें। इसी कड़ी में रोटरी क्लब मिडटाउन के तत्वावधान में स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को टीकाकरण शिविर का होटल सरोवर पोर्टिको में आयोजन भी किया । वहां पर कुल 191 लोगों को टीका लगाया गया । दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर भी शिविर का आयोजन किया गया। सीएमओ ने बताया कि जो भी संगठन टीकाकरण के लिए कैंप लगवाना चाहते हैं उन्हें स्वास्थ्य विभाग पूरा सहयोग दे रहा है। लाभार्थियों की संख्या को देखते हुए विभाग की टीम मौके पर जाकर सत्र का आयोजन कर रही है और टीकाकरण किया जा रहा है। लोगों के बीच इस संदेश को प्रसारित करने की आवश्यकता है कि कोविड से संपूर्ण सुरक्षा तभी मिलेगी जब कोविड टीके के सभी आवश्यक डोज लगवा लिये जाएं। यह देखा गया है कि कोविड के टीके से प्रतिरक्षित लोगों में यह बीमारी गंभीर रूप अख्तियार नहीं कर पाती है। कोविड के आखिरी दो चरण में इसके व्यापक संक्रमण दर को रोकने में टीके की अहम भूमिका रही है। सीएमओ ने बताया कि सभी आयु वर्ग में पहले से ही कोविड का टीका निःशुल्क लगाया जा रहा है। केवल 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग में एहतियाती डोज लगवाने के लिए निजी अस्पताल में जाकर पैसे देने पड़ते थे लेकिन 15 जुलाई से 30 सितंबर तक इस सुविधा को भी सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क कर दिया गया है । ऐसे में टीके की सभी आवश्यक डोज लेने के साथ ही मास्क, हाथों की स्वच्छता और दो गज की दूरी जैसे नियमों का सख्ती से पालन करना होगा । महानगर के बेतियाहाता के रहने वाले इंद्रप्रकाश शोरेवाल ने 81 वर्ष की अवस्था में कोविड टीके की दूसरी डोज अप्रैल 2021 में ही लगवा ली थी लेकिन वह तीसरा डोज नहीं लगवाना चाहते थे। उनका कहना है कि वह बेवजह के बुखार से बचना चाहते थे। जब रोटरी क्लब मिटडाउन के कैंप की जानकारी हुई तो उनकी हिम्मत बढ़ी और वह पत्नी समेत टीका लगवाने पहुंचे। टीका लगवाने के बाद उनके मन का डर खत्म हुआ । कैंप में शहरी स्वास्थ्य केंद्र निजामपुर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ शदब परवीन के दिशा-निर्देश पर नुजहत जहां, रिंपु शाह, उर्मिला देवी, नागेंद्र कुमार और फार्मासिस्ट अनिल कुमार ने पहुंच कर सेवा दी। इस मौके पर क्लब के अध्यक्ष बालकृष्ण अग्रवाल, यूएनडीपी के प्रतिनिधि पवन कुमार सिंह समेत सभी पदाधिकारी प्रमुख तौर पर मौजूद रहे। गोरखपुर विश्विद्यालय में डॉ विनीता पाठक, डॉ वर्धन पांडेय, डॉ देवेंद्र पाल, डॉ. धर्मेद्र कुमार और डॉ कुलदीप शुक्ला की देखरेख में शिविर का आयोजन हुआ। स्वास्थ्य विभाग से बिंदी, शिवा, माधुरी, नीलम और फार्मासिस्ट पंकज ने सेवा दी। सीएमओ ने बताया कि बच्चों में भी कोविड संक्रमण के मामले सामने आए हैं । जिले में 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग में 99.2 फीसदी बच्चों ने कोविड टीके की पहली डोज तो ले ली है लेकिन दूसरी डोज सिर्फ 63.7 फीसदी बच्चों ने ली है। बच्चों के टीकाकरण में शिक्षकों और उनके अभिभावकों की अहम भूमिका है। उनकी सुरक्षा के लिए हर हाल में टीकाकरण अवश्य करवा दें। जिले में सात अगस्त तक 2.10 लाख लोगों ने कोविड टीके की एहतियाती डोज लगवा ली है, जबकि 30 सितम्बर तक करीब 28 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है।