बचना हैं मंकी पॉक्स से तो घर बैठे करें ये काम, पढ़ें पूरी खबर -





ग़ाज़ीपुर। कोरोना महामारी के बाद मंकीपॉक्स वायरस फैल रहा है, जो चेचक की तरह होता है। जिसको लेकर गाजीपुर का स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ चुका है। जिसको लेकर सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने मंकीपॉक्स के लक्षण और उससे बचने के उपाय के बारे में मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी दी। बताया कि मंकीपॉक्स एक वायरल जिनोटिक बीमारी है। ये स्व सीमित होती है। यह बीमारी मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षा वन क्षेत्रों में होती है। कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में भी रोग का प्रसार हो जाता है। वही इसके लक्षण को लेकर बताया कि इस बीमारी के लक्षण चेचक से मिलते जुलते हैं, जो कि 2 से 4 सप्ताह तक प्रदर्शित होते हैं। इस बीमारी में मरीज को बुखार, चकत्ते, सूजी हुई लिम्फनोड, बदन दर्द पाया जाता है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने मंकीपॉक्स से बचने के उपाय के बारे में बताते हुए कहा कि लक्षणयुक्त मरीज जानवरों के संपर्क में आने से बचें। हाथों को साबुन एवं पानी अथवा सैनिटाइजर से नियमित अंतराल पर स्वच्छ रखें। मास्क का हमेशा प्रयोग करें अधपके व कच्चे मांस का सेवन ना करें। उन्होंने बताया कि लक्षण आने पर तत्काल निकट के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के आईडीएसपी विभाग से संपर्क कर अपना इलाज कराएं। किसी भी झोलाछाप चिकित्सक से इलाज ना करें। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मरीजों में यह बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है। बहुत ही कम ऐसे मरीज होते हैं, जिनमें जटिलता पाई जाती है और वो भी इलाज के बाद ठीक हो जाते हैं।



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