जिस पेड़ पर बचपन में खुशी से झूला, तनाव में आकर उसी पर अंतिम बार झूलकर कर ली आत्महत्या, परिजनों में कोहराम





खानपुर। थानाक्षेत्र के कोटिसा गांव में पत्नी व मां-बाप से झगड़ा करने के बाद अधेड़ ने उसी पेड़ से फांसी लगा ली, जिस पर वो बचपन में झूला डालकर झूलता था। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गांव निवासी वकील यादव 42 पुत्र गणेश का शनिवार को दिन में पत्नी उषा और मां-बाप से किसी बात पर विवाद हुआ। जिसके चलते वो पूरे दिन मानसिक रूप से व्यथित रहा। उसने किसी से बात भी न की। रात में जब सभी खाना खाकर सो गए तब भी वकील अकेले ही घर के बाहर बैठा रहा। इस बीच किसी समय उसने घर के सामने अपने बगीचे में जाकर आम के पेड़ पर फंदा बनाकर उससे लटक गया। आधी रात करीब 12 बजे जब पत्नी उषा देवी ने देखा कि वकील नहीं है तो वो उसे ढूंढने घर के बाहर गई तो बाहर वो आम के पेड़ पर रस्सियों से लटक रहा था। ये देख वो चीखने लगी। चीख सुनकर पहुंचे परिजनों व पड़ोसियों ने मंजर देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने पुलिस को सूचना देकर किसी तरह शव को उतारा। घटना के बाद छोटे बेटे की लाश देखकर बूढ़ी मां प्रभावती देवी और पिता गणेश दहाड़े मारकर रोने लगे। परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी उषा सहित बेटे अंशु और अंतिक पिता के शव से लिपटकर बिलखने लगे। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजन बिलखते हुए कह रहे थे कि बचपन में जिस पर पेड़ पर झूला डालकर वकील झूलता था, आज उसी पेड़ पर अंतिम बार जान देने के लिए झूल गया।



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