कृषि क्षेत्र में सदियों से रहा है महिलाओं का योगदान, किसान हित में योगी व मोदी सरकार ने शुरू की हैं अनगिनत योजनाएं - कृषि मंत्री





गाजीपुर। भारत सरकार के जैव प्रोद्योगकी विभाग द्वारा वित्तपोषित एवं कृषि प्रगति एवं ग्रामीण विकास संस्था (फॉर्ड) फाउंडेशन व भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी द्वारा संचालित बायोटेक किसान परियोजना के जखनियां के बरहट गांव में क्षेत्र भ्रमण, विशाल किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सहकारिता राज्यमंत्री संगीता बलवंत के अलावा रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के कुलपति व फॉर्ड फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. पंजाब सिंह ने जायजा लिया। संबोधित करते हुए कृषिमंत्री ने फॉर्ड फाउंडेशन द्वारा किसानों के उत्थान की दिशा में संचालित कार्यक्रमों की तारीफ की। कहा कि कृषि कार्य में महिलाओं की सशक्त भूमिका सदियों से रही है। कृषि कार्य का 90 प्रतिशत कार्य महिलाओं द्वारा किया जाता है। हम सभी के सहयोग से खाद्यान्न के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर हुआ है। 50 के दशक में रासायनिक खेती के इस्तेमाल से मानव स्वास्थ्य पर कुप्रभाव पड़ा है। कहा कि आज खाद्यान उत्पादन बढ़ाने पर उत्पादन लागत कम हो रहीं है, केंद्र एवं राज्य सरकार ने फसल उत्पादन बढ़ाने के साथ उत्पादन लागत कम करने का प्रयास किया जा रहा है। यंत्रीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने अनुदान पर उपकरण उपलब्ध कराने का कार्य किया है। कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दलहन व तिलहन उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में सतत प्रयत्नशील है। प्रदेश में शत-प्रतिशत गन्ना किसानों का भुगतान कर दिया गया है और कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए अलग से धन उपलब्ध कराया गया है। पंजाब सिंह ने कहा कि किसान वही है, जमीन वही हैं साधन वही है लेकिन समय बदल गया है। मैं उत्तर प्रदेश के इस कृषि बदलावों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नीतियों एवं प्रबंधन की सराहना करता हूं। कहा कि फाउंडेशन कृषि एवं ग्रामीण विकास की दिशा में सतत प्रयत्नशील है। हम बीज, मछली उत्पादन, मशरूम, बकरी पालन आदि के क्षेत्र में महिलाओं को संस्थागत प्रशिक्षण दे रहे हैं। प्रो. आरएम सिंह ने बताया कि फाउंडेशन की परियोजना पूर्वोत्तर प्रदेश के चार जिले वाराणसी, गाज़ीपुर, चंदौली एवं सोनभद्र में गत दो वर्षों से संचालित हो रही है। मेले में 6 प्रगतिशील महिला किसानों तथा 4 पुरूष प्रगतिशील किसानों को प्रशस्ति पत्र के साथ ही 10 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया। साथ ही अन्य किसानों को उन्नत बीज एवं उपकरण भी वितरित किये गए। इस मौके पर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान दिल्ली के निदेशक डॉ. एके सिंह, आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय फैज़ाबाद के कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह, कृषि विज्ञान संस्थान बीएचयू के डॉ. आरएम सिंह, भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशेक डॉ. जगदीश सिंह, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. नीरज सिंह, डॉ. एचएस गुप्ता, नामित सदस्य डॉ. नीता खाण्डेकर, सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, प्रधान नीतू सिंह, दयाशंकर पांडेय, अच्छेलाल गुप्ता, अखिलेश सिंह, शशिकांत शर्मा, पारसनाथ राय आदि रहे। संचालन डॉ नीरज सिंह व आभार प्रो शिवराज सिंह ने ज्ञापित किया।



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