प्रदेश के इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय की ऑनलाइन कक्षाओं पर अराजक तत्वों का ग्रहण, ग्रुप्स में भेज रहे अश्लील वीडियो व मैसेज, प्रशासन मौन


लखनऊ। कोरोना काल में कक्षाओं को आनलाइन चलाने के विकल्प पर भी ग्रहण लगता नजर आ रहा है। इसका कारण यह है कि विद्यालय प्रशासन की लापरवाही के चलते कक्षाओं के बनाये गये व्हाटसएप ग्रुप्स से जुड़े अराजक तत्व ग्रुप्स पर अश्ल़ील मैसेज और वीडियो भेज रहे हैं। खास बात तो यह है कि जब इसकी शिकायत संबंधित शिक्षकों और कुलपति से की गयी तो उन्होंने कोई कार्यवाही नही की। अभद्रता से आहत छात्र-छात्राओं ने जब की गयी शिकायत को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया जब जाकर विश्वविद्यालय प्रशासन की नींद खुली और उसने मामले की शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी। इस अशोभनीय और छात्र छात्राओं के लिए गम्भीर समस्या बन चुका प्रकरण आखिर है कहां का, यदि आप इसको जानेंगे तो और भी चौंक जायेगें। यह मामला देश प्रदेश के बेहद सम्मानित लखनऊ विश्वविद्यालय का है। जहां कोरोना के चलते ऑनलाइन क्लासेज चलाये जा रहे हैं। मिल रही जानकारी के अनुसार विषयवार व्हाटसएप ग्रुप बनाये गये हैं, जिनमें उन विषयों के छात्र छात्राओं को सम्मिलित किया गया है। बताया जा रहा है इन ग्रुप्स से कुछ अराजक तत्व भी जुड गये हैं जो अश्लील मैसेज और वीडियो ग्रुप पर भेजते रहते हैं। इतना ही नहीं, छात्राओं और महिला शिक्षकों के नाम पर अश्लील भाषा का भी प्रयोग करते हैं। छात्रों ने यह भी बताया कि ग्रुप के एडमिन संबंधित शिक्षक हैं जिन्हें चल रहे इस अभद्रता की पूरी जानकारी है, परन्तु वे इसे रोकने के लिए कोई कदम नही उठा रहे हैं। इस मामले पर आक्रोशित छात्रों ने बताया कि मानसिक प्रताड़ना देने वाली इस हरकत पर कुलपति कार्यालय को ईमेल के माध्यम से शिकायत भी की गयी परन्तु आज तक कुलपति की ओर से कोई कार्यवाही नही की गयी। आक्रोशित छात्रों ने बताया कि जब विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस शिकायत पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गयी तो हमने शिकायत को सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक कर दिया है। वहीं शिकायत के सार्वजनिक होते ही हरकत मे आये विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को तहरीर जारी कर मामले को दर्ज किये जाने का अनुरोध कर दिया है। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रुप मे बाहरी और अराजक तत्व कैसे जुड़ गये, यह जांच का विषय है। फिलहाल मामला संज्ञान मे आने के बाद हसनगंज पुलिस को तहरीर सौंपकर मामले को दर्ज किये जाने का अनुरोध किया गया है। वहीं वाइस चांसलर प्रो. आलोक राय का कहना है कि उन्होंनें चीफ प्राक्टर को इस बाबत निर्देश दे दिए हैं कि इस शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए जल्द से जल्द कानूनी कार्यवाही कर उसकी रिपोर्ट उन्हें भेजें।