कौन बनेगा सादात का ब्लॉक प्रमुख : 9वां चेहरा होगा ब्लॉक प्रमुख या 8वें को ही ब्लॉक प्रमुख चुनकर मिनी सदन में भेजेंगे बीडीसी?
सादात। सादात ब्लाक प्रमुख पद पर हो रहे चुनाव में अब सपा और भाजपा के बीच सीधी टक्कर होगी। डमी प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले लल्लन राम ने आखिरकार शुक्रवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। बतौर सहायक निर्वाचन अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी रामविलास यादव ने बताया कि लल्लन का नामांकन खत्म हो जाने से अब चुनावी मैदान में सिर्फ दो प्रत्याशी रह गए हैं। जिसमें से केवली देवी भाजपा समर्थित हैं और उषा देवी सपा से समर्थित हैं। केवली देवी को पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष यादव का समर्थन प्राप्त है तो उषा को सपाजनों का समर्थन मिला हुआ है। ऐसे में दोनों ही प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का शत प्रतिशत दावा कर रही हैं। नामांकन के बाद अब दोनों प्रत्याशियों द्वारा सभी बीडीसी सदस्यों को अपने पाले में लाकर अपने लिए पुष्ट करने की हर संभव कोशिश की जा रही है। ऐसे में ये देखना बेहद रोचक होगा कि चंद घंटों के बाद किसके सिर पर ब्लॉक प्रमुख सादात का ताज होगा। गौरतलब है कि सपा इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए पूरा दम लगा रही है। वहीं भाजपा इस कुर्सी को हासिल कर पंचायत चुनाव के माध्यम से विधानसभा चुनावों के लिए खुद को मजबूत बना रही है। जिसके चलते हर किसी की नजर टिकी हुई है। इतिहास पर नजर डालें तो सबसे पहले स्थानीय ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर परसनी के स्व. रामकुंवर सिंह आसीन हुए थे। उनके बाद माहपुर के स्व. रामधारी यादव, मिर्जापुर के स्व. रघुवंश सिंह, गहनी के धर्मदेव यादव और उनकी पत्नी रीता देवी, सलेमपुर बघाई की गीता यादव, बघाई की ही केवली देवी और कनेरी की अर्चना सिंह ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर बैठ चुकी हैं। ऐसे में अबकी बार देखना ये है कि ब्लॉक प्रमुख पद के लिए बीडीसी कोई नौवां चेहरा चुनते हैं या उपरोक्त में से ही 8वां चेहरा चुनकर गांव की मिनी सदन में भेजते हैं।