डमी प्रत्याशी रेखा भट्ट ने वापस लिया पर्चा, सपना बनाम कुसुम की हुई लड़ाई, सपाई भी दबी जुबान में स्वीकार रहे कमजोरी
गाजीपुर। जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव अब रोचक हो गया है। अब तक डमी प्रत्याशी मानी जा रही रेखा भट्ट ने आखिरकार अपना नाम वापस ले लिया और अब लड़ाई सीधे तौर पर सपा व भाजपा की हो गई है। लेकिन चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को ही अब तक बीस माना जा रहा है और ये बात सपाजन भी दबी जुबान में स्वीकार रहे हैं। गाजीपुर जिपं अध्यक्ष पद पर सपा से कुसुमलता यादव व भाजपा से सपना सिंह उम्मीदवार हैं। वहीं निर्दल प्रत्याशी के रूप में रेखा भट्ट ने नामांकन किया था, जिसे सपा नेताओं ने ही इस आशंका से नामांकन कराया था ताकि अगर कुसुमलता का पर्चा किसी तरह से खारिज होता है तो रेखा भट्ट के होने से भाजपा प्रत्याशी को निर्विरोध होने का मौका न मिल सके। मंगलवार को रेखा के मैदान से बाहर होने के बाद अब चुनाव में सीधी लड़ाई हो गई है। मैदान से भाजपा से टिकट मांग रही डॉ. विजय यादव की पत्नी वंदना यादव पहले ही बाहर हो चुकी हैं। जिसके चलते लड़ाई में वो रोचकता भी खत्म हो गई है। इसके बावजूद सपा का प्रदेश नेतृत्व चुनाव जीतने की जुगत में लगा है लेकिन स्थानीय नेताओं ने लड़ाई में खुद को कमजोर मान लिया है। सपा के एक नेता ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बातचीत में कहा कि लड़ाई में सपा कमजोर तभी हो गई थी, जब सपना सिंह व उस समय की संभावित प्रत्याशी वंदना यादव के सामने उन्होंने कुसुमलता पर अपना दांव लगाया था। बहरहाल, सपा के कुछ नेता अब भी चुनाव में अपने जीत का दावा कर रहे हैं। अब देखना ये है कि चुनाव में कौन किस तरह का पासा फेंकता है। बहरहाल, अब सभी 3 जुलाई का इंतजार कर रहे हैं।