6 ब्लॉकों में नियमित टीकाकरण की खराब स्थिति को सुधारने को ‘चाई’ ने कसी कमर, वर्कशॉप में दी जानकारी





गाजीपुर। नियमित टीकाकरण जिसे लगाने के बाद बच्चों को कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है। साथ ही गर्भवती का टीकाकरण कर जन्म से पहले ही बच्चों को कई बीमारियों से बचाने का प्रयास भारत सरकार द्वारा किया जाता है। लेकिन जनपद गाजीपुर की बात करें तो जिले के 17 ब्लॉक में 6 ब्लॉक के टीकाकरण की स्थिति सही नहीं होने के चलते नीति आयोग द्वारा जनपद के रेवतीपुर, बाराचंवर, देवकली, सादात, बिरनो और मरदह को चिह्नित किया है। इन ब्लॉकों में अब क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इंसीएटिव (चाई) के द्वारा मॉनीटरिंग कर टीकाकरण की स्थिति को 90 प्रतिशत से ऊपर पहुंचाने के लिए बुधवार को एक वर्कशॉप का आयोजन जनपद के एक होटल में किया गया। चाई के डॉ सौमेन्द्र बागची ने बताया कि नीति आयोग के द्वारा जनपद के 6 ब्लॉक जहां पर नियमित टीकाकरण की स्थिति खराब है, वहां पर टीकाकरण को 90 प्रतिशत से ऊपर पहुंचाने को लेकर वर्कशॉप में चर्चा की गई। बताया कि इन ब्लाकों में 18 से 24 फरवरी तक इमर्शन एक्टिविटी के तहत प्रत्येक ब्लॉक में संस्था के दो लोगों के द्वारा विजिट कर यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि कहां पर टीकाकरण में बेहतरी के लिए सहयोग की जरूरत है। वहां पर संस्था के द्वारा सहयोग देकर टीकाकरण परसेंटेज बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य ने बताया कि टीकाकरण के लक्ष्य के प्रति सरकार भी अति संवेदनशील होकर अपेक्षित लक्ष्य से ऊपर निर्धारित कर दिया है। इसे प्राप्त करने हेतु स्वास्थ्य विभाग और हेल्थ पार्टनर के साथ मिलकर लक्ष्य को प्राप्त करने के कार्य किया जाएगा। एसीएमओ डॉ केके वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर सहयोग और समन्वय के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। वहीं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि सरकार की जो मंशा है उस मंशा को स्वास्थ विभाग अपने सहयोगी पार्टनर संस्था के माध्यम से उसे पूरा करने का काम करेगी। हमारा लक्ष्य होगा कि आने वाले कुछ महीनों में ही यह ब्लॉक 90 प्रतिशत से ऊपर टीकाकरण कर बुलंदी हासिल करें। इस दौरान वैक्सीन की रखरखाव करने वाली सहयोगी संस्था यूएनडीपी के प्रवीण उपाध्याय ने अपना प्रेजेंटेशन देकर बताया कि किस तरह से विभाग और एविन पोर्टल के माध्यम से करीब 26 लाख से ऊपर का वैक्सीन लॉकडाउन के दौरान खराब होने से बचाया गया। वहीं यूनिसेफ के धर्मेंद्र तिवारी ने टीकाकरण के लिए आपसी सामंजस बनाकर लक्ष्य हासिल करने का माइक्रो प्लान पर काम करने का बल दिया। डीपीएम प्रभुनाथ, चाई के प्रबल मुखर्जी, मनोज रावत, आजम, मायमणिशंकर, आशीष आदि रहे।



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