दूसरे दिन भी नहीं मिली युवक की लाश, पुल पर जीजा से फोटो खिंचवाने के बहाने गंगा में लगाई थी छलांग
सैदपुर। नगर स्थित गंगा नदी पर बने पुल से शुक्रवार की सुबह गंगा में छलांग लगाने वाले युवक का दूसरे दिन भी कुछ पता नहीं चल सका। जिसके चलते परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस शुक्रवार की शाम तक युवक की तलाश कराने के बाद शनिवार को भी गोताखोरों से तलाश कराने में जुटी थी। गौरतलब है कि क्षेत्र के रिस्ती गांव निवासी अंकित तिवारी 23 पुत्र संजय तिवारी ने शुक्रवार की सुबह गंगा नदी में पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। शुक्रवार को वो अपने दूर के रिश्ते में जीजा लगने वाले बरहपार निवासी शैलेन्द्र पांडेय से काम होने की झूठी बात कहकर उन्हें सैदपुर में लाया और सैदपुर में वो आकर पुल पर जाने लगा तो शैलेन्द्र ने पूछा कि वो अपने मारूफपुर स्थित रिश्तेदारी में जा रहा है क्या, इस पर अंकित ने कहा कि नहीं, पुल पर एक लड़का आ रहा है उसी से मिलना है। इसके बाद दोनों पुल पर चले गए। बीच में पहुंचने पर उसने बाइक रोकी और उतरकर किसी से फोन पर बात करने लगा। कुछ देर बात करने के बाद उसने जेब से रुपये निकाले और जीजा को देकर कहा कि इसे रखिये, शायद मेरी जेब फ़टी है। इसके बाद उसने अपना मोबाइल देकर कहा कि मेरी फोटो खींचिए। इसके बाद वो मोबाइल देकर कुछ दूर गया और जैसे ही जीजा ने फोटो खींचना चाहा, उसने उनके सामने ही गंगा में छलांग लगा दी। जीजा द्वारा तुरंत तो शोर मचाया गया लेकिन बाइक चलाने न आने के चलते वो किनारे पर जाकर मछुआरों को नहीं बुला सका। जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने देरशाम तक तलाश कराई लेकिन वो नहीं मिला। इधर घटना की जानकारी के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। प्रत्यक्षदर्शी जीजा का भी रो-रोकर बुरा हाल था। जीजा बार बार बोल रहा था कि अगर उसे शक भी होता तो वो उसे यहां नहीं आने देता। वहीं आशंका जताई जा रही है कि सम्भवतः उसने प्रेम प्रसंग में ऐसा किया है। हो सकता है कि कूदने के पूर्व उसने किसी लड़की से ही बात किया हो और कुछ विवाद होने पर ऐसा कदम उठाया हो। बहरहाल, गोताखोरों की मदद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। मृतक दो भाईयों में बड़ा था।