डराने लगी बाहर से आ रही हजारों प्रवासियों की भीड़, अस्पतालों व सड़कों पर देखकर लोगों में बढ़ी कोरोना के प्रति चिंता





सैदपुर। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में किए गए लॉक डाउन की सफलता के बाद अब बाहर से आने वाले प्रवासियों के आंकड़ों से न सिर्फ लॉक डाउन के विफल होने की आशंका बढ़ रही है, बल्कि उनकी संख्या देखकर जनपदवासियों में भी चिंता का माहौल है। लॉक डाउन के दौरान केंद्र व प्रदेशों की सरकारों ने अपने प्रदेश के उन प्रवासियों को बुलवाना शुरू किया जो गैर प्रदेशों में फंसे थे। इसके लिए केंद्र सरकार ने श्रमिक विशेष ट्रेन भी चलाई तो भारी संख्या में मजदूर निजी साधनों से या पैदल ही चले आ रहे हैं। मंगलवार को ऐसे ही श्रमिकों की हजारों की संख्या नगर में पहुंची तो उनकी संख्या देख नगरवासियों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती थीं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाकर सभी के नाम पते आदि दर्ज किए गए। जांच के दौरान संदिग्ध लोगों के लिए क्वारंटाइन सेंटर भी बनाए गए थे। वहीं उनकी संख्या देखकर नगर के लोगों का कहना था कि इस तरह से बिना शारीरिक दूरी का पालन किए होने वाली भीड़ को देखकर ही खतरा महसूस हो रहा है। अगर बाहर से आने वाले इन मजदूरों में से एक भी व्यक्ति अगर संक्रमित निकला तो क्या होगा। वहीं अस्पताल पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा काफी मशक्कत करके लोगों से शारीरिक दूरी तो बनवाई जा रही थी लेकिन पीछे की लाइनों में खड़े व अस्पताल के बाहर मौजूद लोगों पर शारीरिक दूरी के नियम का कोई फर्क नहीं दिख रहा था। अंदर दूर-दूर खड़े रहने के बाद बाहर आकर वो फिर से झुंड बना ले रहे थे। लोगों ने कहा कि इन कुछ दिनों में बीते दिनों की मेहनत बेकार हो रही है।



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