देवकली : सगे फूफा व फुफेरे भाईयों ने सेना में नौकरी दिलाने के लिए ठगे 4 लाख, मेडिकल कराकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर तक थमाया





देवकली। रामपुर मांझा में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का बड़ा व हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें भतीजे ने अपने ही सगे फूफा व उसके पुत्र यानी फुफेरे भाई द्वारा सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख रूपए ठग लिए हैं। जिसके बाद पीड़ित ने थाने में तहरीर दी। उसकी तहरीर के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। हैरान कर देने वाली बात ये है कि ठगों ने युवक को नौकरी पर ज्वाइन करने के लिए ज्वाइनिंग लेटर तक दे दिया। जब वो लेटर लेकर वहां पहुंचा तो मामले का खुलासा हुआ। रामपुर मांझा के रसूलपुर गांव निवासी शेषनाथ यादव ने नंदगंज थाने में तहरीर देकर बताया कि उसके फूफा अवधेश यादव का घर नंदगंज के लक्ष्मणपुर गांव में है। वो बीते दिनों फूफा के घर गया था। बताया कि फूफा ने लोगों को बता रखा है कि उसके बेटे अभिषेक के दोस्त सेना में नौकरी करते हैं और उसके पिता भी सेना में मेजर पद से रिटायर हैं। जिसके चलते वो लोगों की भर्ती सेना में कराते हैं। बताया कि इसके लिए शातिर ठग फूफा व उसके ठग बेटे ने बताया कि भर्ती होने के लिए 50 हजार रूपए लगेंगे। इसके बाद भर्ती की प्रक्रिया होगी और फिर मेडिकल होगा। शेषनाथ को भरोसा दिलाने के लिए ठग पिता-पुत्रों ने 17 मई 2022 को शेषनाथ को उसके दोस्त देवेंद्र के साथ दिल्ली भेज दिया। वहां फुफेरे भाई के दोस्त और दो लोग मिले और उन्होंने 50 हजार रूपए मांगे। जिस पर देवेंद्र यादव ने 50 हजार रूपए नगद दिया, वहीं शेषनाथ यादव ने खाते में 50 हजार रूपए भेजा। मामला यहीं पर नहीं रूका बल्कि ठग दो कदम आगे निकल गए और फिर दोनों का नई दिल्ली के डॉ. गवार हॉस्पिटल में मेडिकल तक कराया गया और फिर उन्हें वापस भेज दिया गया। इधर कुछ दिन बीतने के बाद दोनों के मोबाइल पर नौकरी की ज्वाइनिंग के लिए ज्वाइनिंग लेटर तक भेजा गया। बताया कि कोलकाता में जाकर वहां बैरकपुर में ज्वाइन करना है। बताया कि शेष बचे हुए रूपयों को वहीं पर देना होगा। इसके बाद शेषनाथ ने चेक से 2 लाख और 50 हजार रूपए नकद अभिषेक के घर पर दिए। वहीं देवेंद्र ने अभिषेक को पूरा 3 लाख रूपए नकद दिया। इसके बाद 3 जून 2022 को कोलकाता पहुंचे और वहां एक होटल में रूके। इसके बाद दोनों को प्रिंटेड ज्वाइनिंग लेटर दिया गया और कहा कि जब बुलाया जाएगा तो आना। इधर ज्वाइनिंग लेटर के बाबत दोनों को पता चला कि वो फर्जी है। जिसके बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। जब दोनों ने इस बात की शिकायत की तो आरोपियों ने देवेंद्र यादव का रूपया वापिस कर दिया लेकिन शेषनाथ को उसका रूपया नहीं दिया। जिसके बाद पीड़ित ने कई बार रूपयों को मांगा, न मिलने पर आखिरकार उसने थाने में फूफा अवधेश यादव समेत उसके बेटे अभिषेक यादव, विवेक यादव, मिथिलेश यादव व कविता यादव के खिलाफ तहरीर दी है। मामले का खुलासा होने के बाद हर कोई दंग रह गया। बहरहाल, पुलिस जांच कर रही है।



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