सिधौना : जिन्होंने की थी संविधान निर्माताओं व संविधान के प्रतियों की रक्षा, वो पीआरडी जवान ही पहुंचे भूखमरी के कगार पर, पत्रक देकर की मांग
सिधौना। नियमित ड्यूटी नहीं लगने से आर्थिक समस्याओं से परेशान पीआरडी के जवानों ने विधायक को संबोधित पत्रक सपा के विधानसभा अध्यक्ष व महासचिव को सौंपा। इस दौरान विस अध्यक्ष कमलेश यादव व महासचिव गोविंद यादव को पत्रक देकर पीआरडी जवानों ने बताया कि देश ने संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाई है। इस संविधान के निर्माण के दौरान संविधान निर्माताओं और संविधान की प्रतियों की सुरक्षा का जिम्मा हम पीआरडी जवानों ने ही उठाया था। लेकिन आज के समय में हम सभी समुचित ड्यूटी न लगाए जाने के चलते भूखमरी के कगार पर आ गए हैं। कहा कि महानिदेशालय का आदेश है कि अधिक से अधिक पीआरडी जवानों की ड्यूटी सुरक्षा व्यवस्था में लगाई जाए, लेकिन जिले में आदेश का प्रभावी रूप से अनुपालन नहीं हो रहा है। जिससे पीआरडी जवान ड्यूटी से वंचित हो रहे हैं। इससे हमारे परिवार के सामने आर्थिक संकट की नौबत उत्पन्न हो रही है। कहा कि हम पीआरडी के जवानों ने देश के दुश्मन चीन और बांग्लादेश से युद्ध भी लड़ा है। आज भी पुलिस शस्त्रागार के थ्री नॉट थ्री राइफल पर पीआरडी संख्या ही अंकित है। ये हमारी वीरता और शौर्य गाथा का प्रमाण है। कहा कि वर्ष 1962 में गठित होमगार्ड के जवानों को 27 हजार रूपए वेतन मिल रहा है। लेकिन उनसे पहले के बने सुरक्षा दल पीआरडी को सिर्फ 395 रुपये मिल रहे हैं। कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री से लेकर आज के प्रधानमंत्री ने इस सुरक्षा दल को सराहा है। पीआरडी जवानों ने विधायक को संबोधित पत्रक देकर उनकी आवाज को विधानसभा में उठाने की मांग की है। प्रांतीय रक्षा दल के जवानों का कहना है कि अगर पीआरडी का महानिदेशक किसी आईपीएस को नियुक्त किया जाए तो इससे हमारी समस्याएं कम हो जाएंगी। इस मौके पर राममूरत राम, उमेश कुमार, रामभरोस प्रजापति, अवधेश कुमार, राजनाथ, कल्पनाथ, रामवृक्ष आदि रहे।