गाजीपुर : पूर्वांचल के साथ भेदभाव का आरोप लगाकर कई जिलों के क्रिकेटरों ने यूपीसीए के खिलाफ शुरू किया धरना, रखी प्रमुख मांग
गाजीपुर। पूर्वांचल के खिलाड़ियों संग भेदभाव का आरोप लगाते हुए पूर्वांचल के कई जिलों के क्रिकेटरों ने बुधवार को लंका मैदान में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जिसके बाद हड़कंप मच गया है। गाजीपुर क्रिकेट प्लेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में शुरू हुए धरने में क्रिकेटरों ने कहा कि पूर्वांचल के खिलाड़ियों के साथ भेदभाव किया जाता है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि पहले चरण में 17 जिलों में प्रदर्शन शुरू किया गया है। कहा कि पूर्वांचल के खिलाड़ियों को उनका हक नहीं दिया जाता। प्रेम सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा टीम चयन की प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती जाती और पूर्वांचल के खिलाड़ियों की उपेक्षा की जाती है। कहा कि यूपी टीम में सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेश के ही खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाती है। जिसके चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित अन्य जिले के प्रतिभावान खिलाड़ियों का भविष्य अंधेरे में दिख रहा है। कहा कि ये अन्याय नहीं सहेंगे। कहा कि यूपी के 75 जिलों में से 4 जिलों को ही यूपीसीए ने मान्यता दी है। मांग किया कि यूपी के टी-20 लीग में इस बार 10 टीमों का गठन किया जाए और उनमें 50 खिलाड़ी पूर्वांचल के जिलों से चयनित किए जाएं। साथ ही यूपीसीए के तहत अंडर 14, अंडर 16, अंडर 19 व अंडर 23 पुरूष व महिला रणजी ट्रॉफी के साथ ही यूपी के टी-20 टीम में 25 प्रतिशत का कोटा पूर्वांचल के क्रिकेटरों को दिया जाए। साथ ही क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ पूर्वांचल को मान्यता देने की मांग की। इस मौके पर बजरंगी यादव, ज्ञानेश्वर शर्मा, रणजी खिलाड़ी अरुण चौहान, आशुतोष, अभिषेक सिंह मिंटू, विकास यादव, हरिकेश यादव, नंदन सिंह, रामअवतार, राजेश, प्रखर, अजय आदि रहे।