गाजीपुर : पूर्वांचल की व्यायामशालाओं व क्रीड़ांगनों की वर्तमान स्थिति पर पीजी कॉलेज के छात्र ने किया रिसर्च, दी प्रस्तुति





गाजीपुर। जिले के स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पूर्व शोध प्रबन्ध प्रस्तुत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें विज्ञान संकाय के शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद विषय के शोधार्थी दिलीप सिंह ने अपने शोध प्रबंध ‘पूर्वांचल के व्यायामशालाओं एवं क्रीड़ागनों की वर्तमान स्थिति का सर्वेक्षणात्मक अध्ययन’ को प्रस्तुत करते हुए उसकी विषय वस्तु बताई। कहा कि व्यायामशालाओं और क्रीड़ांगनों का महत्व केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ये समाज के समग्र विकास और आर्थिक उन्नति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि पूर्वांचल क्षेत्र के व्यायामशालाओं एवं क्रीड़ांगनों की वर्तमान स्थिति में कई चुनौतियाँ हैं। यहाँ के अधिकतर क्रीड़ांगन एवं व्यायामशालाएं आधारभूत संरचना की कमी से जूझ रहे हैं। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में सुधार के प्रयास जारी हैं, जैसे कि कुछ नए स्टेडियमों का निर्माण और मौजूदा सुविधाओं का नवीनीकरण किया गया है। खेलों को प्रोत्साहन देने और स्थानीय युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएँ भी चलाई जा रही हैं, लेकिन अभी भी संसाधनों और सुविधाओं की स्थिति संतोषजनक नहीं है। इस मौके पर प्राचार्य प्रो. डॉ. राघवेन्द्र पाण्डेय, डॉ. जी. सिंह, डॉ. एसडी सिंह परिहार, डॉ. अनुराग सिंह, विभागाध्यक्ष डॉ. लवजी सिंह, डॉ. ओमदेव सिंह गौतम, डॉ. अरुण यादव, डॉ. रामदुलारे, डॉ. कृष्ण कुमार पटेल, डॉ. अमरजीत सिंह आदि रहे।



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